अलीगढ़। भारतीय मनोरंजन बैंक लिखे फर्जी नोटों की तस्करी करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को पुलिस ने मंगलवार को दबोच लिया। इनमें दो आरोपी जम्मू कश्मीर व दो बदायूं के हैं। इनके पास से दो ट्राली में 500-500 रुपये के फर्जी नोट की 470 गड्डियां बरामद हुई हैं।
वास्तविकता में यह दो करोड़ 35 लाख रुपये बनते हैं। यह गिरोह लोगों को वीडियो कॉल करके दूर से इन नोटों को दिखाता था। उन्हें भरोसा दिलाता था कि यह नोट बैंक के अलावा हर जगह चल जाएंगे।
असल रुपयों के बदले तीन गुना से अधिक नोट देने का लालच देकर लोगों से ठगी करता था। पूछताछ में आरोपियों से कई लोगों से ठगी की बात कबूली है। इसके बारे में पुलिस जानकारी कर रही है।
यह है पूरा मामला
एसपी सिटी मृगांक शेखर पाठक ने बताया कि मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले की पुलिस से गिरोह के बारे में जानकारी मिली थी। आरोपियों ने वहां से 35 लाख रुपये के टमाटर मंगाए थे। बदले में 15 लाख रुपये दे दिए थे। ऊपर के नोट असली व नीचे के फर्जी थे। वहां की पुलिस ने भी दबिश दी।
इस आधार पर बदायूं के थाना अल्हापुर क्षेत्र के मुहल्ला किरा ककराला वार्ड नंबर 17 के सलीम, अल्हापुर क्षेत्र के ही ककराला वार्ड नंबर 20 के हसनैन, जम्मू कश्मीर के सोपिया जिले के हिरपुरा के मुख्तार अहमद वानी व सोपिया जिले के ही कुटपोरा के बसारत हमीद को निजामी पुलिया के पास से गिरफ्तार कर लिया गया।
हसनैन वर्तमान में न्यू सर सैयद नगर में अलशेर अपार्टमेंट में फ्लैट में रह रहा था। इनके पास से एक पिस्टल (32 बोर), दो मैग्जीन, 41 कारतूस व फर्जी नोट बरामद किए गए। प्रत्येक नोट पर भारतीय मनोरंजन बैंक लिखा है।
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि लोगों को असली जैसे दिखने वाले नोटों का लालच देकर ठगते थे। इच्छुक व्यक्ति को वीडियो कॉल पर दूर से फर्जी नोटों से भरा हुआ बैग खोलकर दिखाते थे। विश्वास दिलाते थे कि ये सब असली जैसे ही नोट हैं। इससे व्यक्ति को विश्वास हो जाता था कि ये नोट बैंक में तो नहीं चलेंगे, मगर बाजार में धड़ल्ले से चलेंगे। यह लोग 50 लाख रुपये के फर्जी नोटों के बदले में 15 लाख रुपये असली ले लेते हैं।
विपरीत परिस्थितियों से निबटने के लिए पिस्टल रखते थे। चारों को जेल भेज दिया है। सलीम पर बदायूं, बरेली में पांच, हसनैन पर बरेली व अलीगढ़ में दो, मुख्तार व बसाहत पर एक-एक मुकदमा पंजीकत हैं।
स्वयं भी दो बार ठगे गए, भरपाई की थी योजना
पुलिस के अनुसार, मुख्तार व बसारत भी दो बार इसी तरह ठगी का शिकार हो चुके हैं। दिसंबर 2023 में उन्हें ठग ने जम्मू कश्मीर में लालच दिया था। वे 15 लाख रुपये लेकर पहुंच गए। वहां से निकलने ही वाले थे कि पुलिस की रेड पड़ गई। वहां से भाग आए। बाद में पता चला कि नोट नकली हैं। इसी तरह बिहार में भी उनके साथ पांच लाख रुपये की ठगी हुई। इसके बाद दोनों ने भरपाई के लिए अन्य लोगों को ठगने की योजना बनाई।
बेंगलुरु के व्यक्ति ने दिल्ली से दिलाए थे रुपये
आरोपियों को ये रुपये बेंगलुरु के एक व्यक्ति दिल्ली से दिलाए थे। वह नोट कहां से लाता था और नोट कौन बनाता है, यह उसी व्यक्ति को जानकारी है। ऐसे में पुलिस की दो टीमें उसकी तलाश में जुटी हैं।