रिपोर्टर चर्चा आज की
महराजगंज के मोन न्याय पंचायत में स्थित बाबा ओरीदास की तपोस्थली लोगों की आस्था का प्रमुख केंद्र है। यहां बसंत पंचमी पर लगने वाला तीन दिवसीय मेला 120 वर्षों से अटूट विश्वास का प्रतीक बना हुआ है।
मेले की विशेषता है कि यहां दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या एक लाख से अधिक होती है। स्थानीय मान्यता के अनुसार, बाबा ओरीदास सच्चे मन से की गई प्रार्थनाओं को अवश्य पूरा करते हैं। मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ विशाल भंडारे का आयोजन होता है, जिसमें प्रतिदिन 5000 से अधिक श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करते हैं।
मेले की व्यवस्था पूरी तरह से ग्रामीणों के हाथों में है। अमरेंद्र सिंह, जो पिछले 40 वर्षों से मेले का संचालन देख रहे हैं, के साथ रंजन महाराज, प्रधान प्रतिनिधि अमरेश कुमार, बजाज मौर्य और अन्य ग्रामवासी मिलकर इस आयोजन को सफल बनाते हैं। पुलिस प्रशासन भी सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात रहता है और कड़ी निगरानी रखता है।यह मेला न केवल आध्यात्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक विरासत का भी प्रतीक है। हर साल बढ़ती श्रद्धालुओं की संख्या इस मेले की लोकप्रियता और महत्व को दर्शाती है।