नोडल अधिकारी जब शंकर गिरी के द्वारा पिछले तीन महीने से की जा रही जांच अभी तक नहीं हुई पूरी
नोडल अधिकारी रविशंकर गिरी के द्वारा जिला अधिकारी के आदेशों को लगातार उड़ा रहे धज्जियां कर रहे अपनी मनमानी
चर्चा आज की संवाददाता बिसवा
सीतापुर के जिला अधिकारी अभिषेक आनंद के निर्देश पर लगभग 3 महीने पहले तीन सदस्य जांच टीम गठित की गई थी जिसमें नोडल अधिकारी रविशंकर गिरी को बनाया गया था और नेहरू युवा केंद्र वी शारदा नहर अधिशासी अभियंता को भी शामिल किया गया था जबकि नोडल अधिकारी के द्वारा सिर्फ कागज पर ही कागज का गेम खेला गया और सरकार और प्रशासन को गुमराह करते हुए सिर्फ जांच करने तो गए एक बार तो स्वयं अकेले पहुंचे थे दूसरी बार दो सदस्य टीम के साथ पहुंचे उसके बाद नोडल अधिकारी कभी भी नहीं पहुंचे विकासखंड जांच करने सूत्रों से पता चल रहा है की जबकि जांच टीम को दो या ढाई महीने में जांच अच्छा अपने उच्च अधिकारियों को प्रस्तुत करनी थी परंतु नूडल अधिकारी जब शंकर गिरी के द्वारा लगभग 3 महीने पूर्व होने को है परंतु जांच क्या-क्या अभी भी अधूरी पड़ी हुई है जांच अधिकारी सिर्फ कागजों का कागज का गेम लगातार खेल रहे हैं और प्रधान व सचिवों को बचाने में लगे हुए हैं क्योंकि अभी कुछ दिन पहले खंड विकास अधिकारी की चार सीट पर सचिन पर निलंबन की गाज गिरी थी उसके बाद प्रधान पर कार्यवाही हेतु जिला अधिकारी ने फिर पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी रविशंकर गिरी को जांच कर कार्यवाही हेतु 3 हफ्ते का समय दिया गया था परंतु जांच अधिकारी उसमें भी कागज पर कागज का गेम खेल कर प्रधान को बचाने का पूरा प्रयास किया है और जिला अधिकारी के आदेशों की धज्जियां उड़ाई हैं ऐसा प्रतीत हो रहा है नोडल अधिकारी रविशंकर गिरी सिर्फ अपनी ही मनमानी कर रहे हैं किसी उच्च अधिकारी के आदेशों की पालन करना उनके स्वभाव में नहीं है इसका मतलब तो साफ यही स्पष्ट दिख रहा है की नोडल अधिकारी रविशंकर गिरी के द्वारा सिर्फ कागज पर कागज का गेम खेल कर जब पूर्ति या खाना पूर्ति का प्रयास किया गया है और प्रधान व सचिवों को बचाने का पूरा प्रयास किया गया है क्या ऐसे अधिकारियों पर जो अपने उच्च अधिकारियों के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं उन पर जिला प्रशासन के द्वारा कोई कार्यवाही की जाएगी या उन पर दिया जाएगा अभयदान देखने वाली बात होगी
क्या बोला शिकायतकर्ता
इस मामले पर जब शिकायत करता से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया की जिलाधिकारी ने 3 महीने पहले टीम गठित की थी टीम के नोडल अधिकारी रविशंकर गिरी को बनाया गया था रविशंकर गिरी अपनी मनमानी कर रहे हैं और प्रधान व सचिव को बचाने में लगे हुए हैं इसीलिए अभी तक ना जांच पूरी की गई है ना जांच आख्या प्रस्तुत की गई है