हमीरपुर ब्यूरो :–
मौदहा के गांधी विद्यालय मैदान में बांदा से आए हुए ब्रहमवेत्ता विद्वान महात्मा दिलीप सिंह जी की अध्यक्षता में विशाल क्षेत्रीय आध्यात्मिक सत्संग जनपद के विभिन्न स्थानों के सैकड़ों प्रभु—प्रेमियों एवं नगर के संभ्रांत महानुभावों की उपस्थिति में संपन्न हुआ। पूज्य महात्मा जी ने कहा मानव जीवन का मुख्य उद्देश्य ईश्वर की प्राप्ति करना है। ईश्वर की प्राप्ति से जात-पात, ईष्या, द्वेष आदि नकारात्मक भाव मन से नष्ट हो जाते हैं। सतगुरू हमारे निरर्थक जीवन को सार्थक बनाता है। सतगुरु की शिक्षा से जीवन में खुशहाली आती है। वहीं दूसरी तरफ यदि हम स्वयं को ही सर्वस्व मानकर भक्ति करते हैं, तो हमारा जीवन अंधकार और आड़ंबरों से युक्त हो जाता है। इस अंधकार से केवल सतगुरू ही हमें बाहर निकाल सकते है। उन्होंने आगे बताया कि सभी का ग्रन्थों का यही मानना है कि ईश्वर एक है। यदि हमें इस ईश्वर की प्राप्ति करनी है और मोक्ष प्राप्त करना चाहते हैं तो हमें एक पूर्ण सतगुरु की शरण में जाना पड़ेगा जो हमें अपने सनातन, अविनाशी, सर्वशक्तिमान स्वरूप के दर्शन कराये। यह सर्वविदित है कि सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के मार्गदर्शन में संत निरंकारी मिशन द्वारा मानव कल्याण एवं पर्यावरण की सुरक्षा के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं। समय-समय पर देश भर में रक्तदान, वृक्षारोपण एवं उनका संरक्षण, जल संरक्षण, अपशिष्ट प्रबंधन और प्लास्टिक का उपयोग ना करने जैसे अभियानों की पहल की गई है। इस सत्संग में हमीरपुर मुख्यालय के साथ-साथ मौदहा क्षेत्र के गांवों छिरका, भंभौरा, भटुरी, मदारपुर, उरदना, भमरौली, कपसा, भभई, छिमौली, सिसोलर, सुमेरपुर, विवांर शाखा क्षेत्र, कुरारा क्षेत्र एवं अन्य स्थानों से श्रद्धालु सैकड़ों भक्त उपस्थित रहे।