महिला पिंक टॉयलेट में लटकता है ताला , शौच के लिए महिलाओं को भटकना पड़ता है दर दर
हमीरपुर ब्यूरो :–
महिलाओं व लड़कियों को शौच आदि के लिए मौदहा नगर पालिका परिषद ने नगर के सब्जी मंडी के पास कोतवाली की बाउंड्रीवाल में पिंक टॉयलेट बनवाया था, परंतु जब से यह बनकर तैयार हुआ है, तभी से कोतवाली प्रशासन ने अपना ताला डाल रखा है, कोई भी महिला या लड़की उसका प्रयोग नहीं कर पा रही है। बाजार करने आने वाली महिलाओं को शौच आदि के लिए मुंह छिपाते हुए इधर उधर लघुशंका, शौच आदि करनी पड़ती है। जिसे उनके अधिकारों का हनन होता साफ दिखाई देता है। और सरकार के खुले में शौच मुक्त अभियान को साफ साफ पलीता लगता दिख रहा है। फिर भी प्रशासन आंखे मूंदे है।
बताते चलें कि सरकार के स्वच्छ भारत अभियान के तहत खुले में शौच मुक्त कराने के लिए नगर पालिका ने नगर में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण करवाया था, जिसमे खासकर महिलाओं के लिए पिंक शौचालय का निर्माण करवाया गया था, जिसमे महिलाएं शौच आदि के साथ महिलाएं अपने नवजात बच्चों को स्तनपान भी करा सकती हैं, जिसके लिए उसमें अलग से कमरे व्यवस्था की गई थी। तत्कालीन कोतवाली प्रभारी के कहने पर तत्कालीन नगर पालिका अध्यक्ष ने कोतवाली की बाउंड्री के पास सब्जी मंडी की तरफ महिला पिंक शौचालय का निर्माण करवाया था, जिसमें कोतवाली प्रभारी के कहने पर दोनों तरफ से उसका दरवाजा करवा दिया गया था, जिसपर राहगीर महिलाओं के साथ साथ कोतवाली आने वाली महिलाएं भी उसका इस्तेमाल कर सकें। परंतु जब से पिंक शौचालय बनकर तैयार हुआ है, तभी से कोतवाली प्रशासन द्वारा उस पर बाहर की तरफ से ताला डाल दिया गया है। जिससे उसका कोई भी राहगीर महिला, बालिका प्रयोग नहीं कर पा रही हैं। बाज़ार आने वाली महिलाएं शौच व लघुशंका के लिए मुंह छिपाते हुए इधर उधर खुले में करने को मजबूर हैं। एक तरफ जहां सरकार महिलाओं के सम्मान की बात करती है तो दूसरी तरफ सरकार का प्रशासन ही उनके अधिकारों का हनन करने में लगा हुआ है। और सरकार के अभियान की धज्जियां उड़ाने में लगा है। वहीं इस बारे में जब अधिशासी अधिकारी नगर पालिका ने बताया कि नगर पालिका ने उसको तैयार कराया है, और उसमें नगर पालिका ने ताला नहीं लगाया हुआ है। चूंकि वह कोतवाली परिसर में बना है, तो उन्होंने इस्तेमाल के लिए ले लिया है।





