*शहर की सड़कों का सत्यानाश करने के बाद लापता हुआ ठेकेदार*
पार्षद”नम्रता सिंह ने सीवर लाइन के घटिया रेसटोरेशन पर उठाये सवाल..!
मोदी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट में शुमार सीवरेज प्रोजेक्ट के नाम पर होने वाली लापरवाही का दंश झेलने के लिए आम जनता मजबूर है। पिछले छः साल से सतना नगर निगम क्षेत्र में सीवरेज प्रोजेक्ट का काम नौ दिन चले अढ़ाई कोस की तर्ज पर आगे बढ़ रहा है। शहर के मध्य से गुजरने वाली रेलवे स्टेशन रोड़ के बड़े हिस्से में सीवर लाइन बिछाने के बाद सड़क को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया। महापौर योगेश ताम्रकार सहित नगर निगम के जिम्मेदारों को जनता की तकलीफ महसूस नहीं हुई, नतीजा आज एक और मौत हो गई,सीवर लाइन डालने के बाद उन बदहाल सड़कों पर दिखावटी मरम्मत कार्य शुरू किया गया था। वो भी सड़क के एक हिस्से को बंद कर लीपापोती का काम किया गया था। जेसीबी मशीन से बदहाल सड़क के मध्य हिस्से को मामूली खोदकर सीमेंट पोतने का अभियान गुजरात की निर्माण एजेंसी चला रही है, यही वजह है कि आम आदमी को सड़कों के मामले में राहत नहीं मिल रही है। सीवरेज प्रोजेक्ट पर पहले केके स्पंज लिमिटेड दिल्ली ने काम किया था, अब यह काम गुजरात की स्नेह लिमिटेड को दिया गया है। नगर निगम और ठेका कंपनी मिलकर सड़कों का घटिया और दिखावटी मरम्मत कार्य योजना के तहत करवा रहे हैं। ठेका कंपनी से बराबर नजराना लेने वाले नगर निगम के जिम्मेदारों ने पूरे शहर को समस्याओं के दलदल में धकेल दिया है। क्या समय रहते मध्यप्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जागेंगे और लूट-खसोट पर अंकुश लगाते हुए जनता को राहत पहुंचाएंगे।
वार्ड क्र. 25 की”पार्षद”नम्रता सिंह नेसीवर लाइन के घटिया रेसटोरेशन पर उठाये सवाल..!
आज स्टेशन रोड में स्कूटी सवार व्यक्ति की गड्ढे में फस कर गिरने से अंदरूनी चोंट आई जिससे उनका दुखद देहांत हो गया है। विस्तार से जानकारी लेने पर पता चला कि सीवर लाइन के घटिया रेसटोरेशन से जनित गड्ढे में स्कूटी के पहिये फसे थे।
स्टेशन रोड के व्यापारियों द्वारा आज साल भर से घटिया रेस्टोरेशन से जनित गड्डों एवं धुल की शिकायत की जा रही थी। और हमारे द्वारा भी सतना शहर में विभिन्न स्थानों में बिना योजना के सीवर लाइन बिछाने और घटिया रेस्टोरेशन से आ रही समस्याओं को आए दिन उजागर किया गया। हमें भय था कि कहीं कोई जनहानि ना हो जाए और आज ऐसा ही हुआ भी। क्या आम शहरवासी की जान का कोई मोल नहीं है जो निगम प्रशासन आँख बंद करके बैठा हुआ है? कब होगी कार्यवाही ऐसे निर्माण करवाने वाले भ्रष्ट अधिकारीयों एवं ठेकेदारों पर? आए दिन हो रही घटनाओं पर जनप्रतिनिधि ख़ामोश क्यों हैं? पिछले वर्ष एक मजदूर सीवर लाइन के काम के दरमियान मिट्टी में धस गया जिससे उसकी दुखद मृत्यु हो गयी फिर अभी हाल ही में मशीन ऑपरेटर मशीन पलटने की वजह से दब कर दम तोड़ दिया। आखिर हर एक घटना पर जिम्मेदारी कब और किसकी तय की जाएगी? या फिर जो जैसा चल रहा वो वैसा ही चलता रहेगा? किसी योजना से हो रही बेनिफिट का क्रेडिट लेने वालों को ही उस योजना से हो रही समस्याओ की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और हर दिवंगत व्यक्ति से न्याय करना चाहिए। यही हम सतना वासियों की दिवंगत आत्मा के लिए सच्ची श्रद्धांजली होगी।





