*सृष्टि ने मनाई सार्वजनिक होली। भाई चारे की दी अनोखी मिसाल* । सृष्टि द्वारा होली के शुभ अवसर पर प्रथम बार सार्वजनिक रूप से स्लम क्षेत्र के बच्चो ओर बड़ो के साथ मनाई होली। सृष्टि का कहना है की होली का ये पावन त्यौहार हमको सभी के साथ मिलकर मनाना चाहिए। होली पर कोई छोटा बड़ा अमीर गरीब नही होता और ना ही किसी जाति का कोई बंधन होता है। सृष्टि ने कहा की में राखी हो या भाई दूज इन सभी के साथ मिलकर मनाती हूँ। पहली बार इन सभी के साथ होली का त्यौहार मना कर अच्छा लगा। इस अवसर पर सृष्टि द्वारा इन सभी बच्चो को होली के रंग, बिस्कुट ओर पिचकारियां भी उपहार स्वरूप दी गईं। सभी ने बेहद खुशी के साथ होली मनाई ओर दिल से बेटी को आशीर्वाद देते हुए कहा की हमको बेहद अच्छा लगा। इस बात की बड़ी तस्सली है कि समाज मे आज भी ऐसे माता पिता है जो अपने बच्चो को इतने प्यारे और नेक संस्कार दे रहे है। आज के समय पर इस प्यारी बेटी ने हमारे साथ होली खेली उपहार दिए ऐसा कोई नही कर पाता है सब लोग अपने मे खुश हैं। सृष्टि ने सभी बच्चो ओर बड़ो को गुलाल लगाकर होली का त्यौहार मनाया। सभी ने कहा की इस बेटी के प्यार ने आज हमको सच मे सबसे बड़ी ख़ुशी दी। सृष्टि द्वार प्याली चौक ओर सारण चौक के स्लम क्षेत्र में अपने पिता के साथ जाकर सभी गरीब बच्चों और लोगो के साथ जम कर मनाई होली। इस अवसर पर सृष्टि ने सभी को होली के त्यौहार के बारे में भी विस्तार से बताया। सृष्टि गुलाटी समाज सेवा के क्षेत्र में नेक कार्य कर रही हैं।





