कीव: तुर्किए के इस्तांबुल में मॉस्को-कीव वार्ता के बाद रूसी ड्रोन हमले में बस में सफर कर रहे यूक्रेन के 9 लोगों ने दम तोड़ दिया. वहीं हमले में 4 लोग घायल हुए हैं. अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को नागरिकों को ले जा रही एक मिनीबस पर रूसी ड्रोन हमले में 9 लोगों की मौत हो गई. यह घटना ऐसे समय हुई है जब एक दिन पहले मास्को और कीव ने तुर्किए में वार्ता के दौरान बड़े पैमाने पर कैदियों की अदला-बदली पर सहमति जताई थी.




गौर करें तो तनावपूर्ण सप्ताह के अंत में, यूक्रेन और रूस ने 3 साल से अधिक समय में अपनी पहली सीधी वार्ता की, लेकिन युद्ध विराम पर सहमत होने में विफल रहे. साथ ही कीव के सहयोगियों द्वारा रूस पर नए प्रतिबंधों की धमकी के बावजूद, इस लड़ाई में कोई कमी नहीं आई है.
यूक्रेन के उत्तरी सुमी क्षेत्र में सैन्य प्रशासन ने एक टेलीग्राम पोस्ट में कहा, “दुर्भाग्य से, नागरिकों को ले जा रही एक बस पर रूसियों द्वारा किए गए हमले में कई लोग मारे गए हैं.” बाद में इसमें कहा गया, “दुर्भाग्य से, मरने वालों की संख्या बढ़कर 9 हो गई है”, साथ ही एक क्षतिग्रस्त नीली मिनीबस की तस्वीर भी पोस्ट की गई, जो स्पष्ट रूप से विस्फोट से क्षतिग्रस्त हो गई थी. प्रशासन ने कहा कि हमले में लोग घायल भी हुए हैं.
इससे पहले की पोस्ट में सैन्य प्रशासन ने कहा कि बस, जिस पर सुमी की ओर जाते समय बिलोपिल्या शहर के पास हमला किया गया था, “वह रूसियों द्वारा निशाना बनाया गया था”. बता दें कि यूक्रेन का सुमी सीमा क्षेत्र मार्च महीने से मॉस्को द्वारा लगातार बमबारी की चपेट में आ रहा है. यह हमला यूक्रेन के पूर्वी डोनेट्स्क और दक्षिणपूर्वी खेरसॉन क्षेत्रों में शुक्रवार को रूसी हमलों में तीन लोगों के मारे जाने के बाद हुआ है.
रूस-यूक्रेन वार्ता में बहुत कम प्रगति
फरवरी में मास्को के पूर्ण पैमाने पर आक्रमण के तुरंत बाद इस्तांबुल में साल 2022 के बाद पहली बार यूक्रेन और रूस के बीच सीधी वार्ता हुई. इस वार्ता में 1,000 कैदियों के आदान-प्रदान के लिए एक ठोस समझौते हुए.
वहीं तीन साल से अधिक समय से चली आ रही लड़ाई को रोकने की दिशा में किसी भी प्रगति के बहुत कम संकेत मिले हैं, जिसने यूक्रेन के बड़े हिस्से को नष्ट कर दिया और लाखों लोगों को विस्थापित कर दिया है.
रूस के शीर्ष वार्ताकार व्लादिमीर मेडिंस्की के मुताबिक, दोनों पक्षों ने कहा कि वे “संभावित भविष्य के युद्ध विराम के अपने दृष्टिकोण को प्रस्तुत करेंगे”.
यूक्रेन के शीर्ष वार्ताकार, रक्षा मंत्री रुस्तम उमरोव ने कहा कि “अगला कदम” यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की और रूस के व्लादिमीर पुतिन के बीच एक बैठक होगी. रूस ने कहा कि उसने अनुरोध पर ध्यान दिया है.
पुतिन ने बैठक के लिए तुर्की की यात्रा करने से इनकार कर दिया था. जेलेंस्की ने उन पर “डरने” और रूस पर वार्ता को “गंभीरता से” नहीं लेने का आरोप लगाया था.
जेलेंस्की ने फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन और पोलैंड के नेताओं के साथ अल्बानिया में एक यूरोपीय शिखर सम्मेलन में भाग लिया. यहां उन्होंने इस्तांबुल वार्ता विफल होने पर दुनिया से “कड़ी प्रतिक्रिया” की अपील की, जिसमें नए प्रतिबंध भी शामिल हैं.
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि अगर मास्को “बिना शर्त युद्ध विराम” से इनकार करता है, तो यूरोपीय देश रूस के खिलाफ अतिरिक्त प्रतिबंधों पर संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ समन्वय कर रहे हैं.
मॉस्को और वाशिंगटन दोनों ने पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच संघर्ष पर एक बैठक की जरूरत पर बात की है.
ट्रंप ने कहा कि जब तक वह पुतिन से आमने-सामने नहीं मिलते, तब तक संघर्ष पर “कुछ नहीं होने वाला है”.
इस्तांबुल वार्ता के दौरान, एक यूक्रेनी सूत्र ने एएफपी को बताया कि रूस कठोर क्षेत्रीय मांगें आगे बढ़ा रहा है. वहीं यूक्रेनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉर्जी टाइखी ने इसे “अस्वीकार्य” कहा.
मॉस्को ने 5 यूक्रेनी क्षेत्रों पर कब्जा करने का दावा किया है. 2022 के आक्रमण के बाद से 4, और क्रीमिया, जिसे उसने 2014 में अपने कब्ज़े में ले लिया था.
