मेरठ। विजिलेंस टीम ने सैन्य अधिकारी से डेढ़ लाख की रिश्वत लेते अंडर ट्रेनी दारोगा को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। दारोगा ने अधिकारी के खिलाफ दर्ज मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगाने के लिए रकम मांगी थी। दारोगा रिश्वत की रकम लेने अधिकारी के घर पहुंचा था। दारोगा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का मुकदमा दर्ज किया गया है।




विजिलेंस की एएसपी इंदू सिद्धार्थ ने बताया कि ओमवीर सिंह आर्य भारतीय सेना के जन सूचना महानिदेशालय में तैनात हैं। उनकी तैनाती फिलहाल कोलकाता नार्थ ईस्ट के क्षेत्रीय मुख्यालय में है। उनके बेटे आदित्य तोमर हल्द्वानी में स्थित नैनीताल बैंक में मैनेजर हैं।
आदित्य की पत्नी वंशिका ने 18 फरवरी को दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया था। आदित्य और ओमवीर के अलावा परिवार के अन्य सदस्य भी आरोपित हैं। विवेचना अंडर ट्रेनी दारोगा शनी सिंह को दी गई। 18 मई को दारोगा ने ओमवीर के घर पहुंचकर जानकारी ली।
दारोगा ने कहा कि मुकदमे में मदद कर सकते हैं, अगर आप मिल सकें। ओमवीर ने मिलने के लिए समय मांगा। अगले दिन शाम को दारोगा फिर उनके घर पहुंचा और केस खत्म करने को तीन लाख रुपये मांगे। ओमवीर ने रकम कम करने को कहा। दारोगा डेढ़ लाख पर सहमत हुआ। इसके बाद ओमवीर विजिलेंस की एएसपी से मिले और आपबीती बताते हुए दारोगा से बातचीत की रिकार्डिंग दी।
ओमवीर ने दारोगा को गुरुवार को रकम लेने अपने घर बुलाया। विजिलेंस की टीम पहले से ही ओमवीर के घर के बाहर खड़ी थी। दारोगा शनी सिंह को जैसे ही डेढ़ लाख की नगदी दी गई विजिलेंस की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। रायबरेली का रहने वाला दारोगा 2023 बैच का है। थाने में उसकी पहली तैनाती थी।
