*निजीकरण की आड़ में अरबों रुपये के घोटाले की तैयारी : इं. लक्ष्मण मिश्र*
*बिजली कर्मियों का निजीकरण के खिलाफ सातवें दिन भी विरोध प्रदर्शन रहा जारी*
*संविदा कर्मियों की बर्खास्तगी पर फूटा गुस्सा*
ब्यूरो
संत कबीर नगर 27 मई 2025। उत्तर प्रदेश के जनपद संत कबीर नगर के जिला मुख्यालय खलीलाबाद में पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मियों का आंदोलन मंगलवार को सातवें दिन भी जारी रहा। संघर्ष समिति के बैनर तले आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में संविदा कर्मियों की बर्खास्तगी और पावर कॉरपोरेशन प्रबंधन के कथित हठवादी रवैये के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता इं. लक्ष्मण मिश्र ने की। उन्होंने कहा कि निजीकरण की आड़ में अरबों रुपये के घोटाले की तैयारी की जा रही है, जिसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। संघर्ष समिति ने आरोप लगाया कि प्रबंधन आंदोलनरत कर्मचारियों पर जबरन हड़ताल थोपने की कोशिश कर रहा है।
संघर्ष समिति के पदाधिकारी इं. राजेश कुमार ने बताया कि समिति ने अभी तक हड़ताल का कोई नोटिस नहीं दिया है, फिर भी चेयरमैन और उच्च अधिकारी गुमराह करने वाले पत्र भेज रहे हैं। बरेली में चार संविदा कर्मियों को बर्खास्त करने की कार्रवाई से माहौल और तनावपूर्ण हो गया है।
इं. धनंजय सिंह ने ट्रांजैक्शन कंसलटेंट ‘ग्रांट थॉर्टन’ पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिस पर अमेरिका में पेनल्टी लग चुकी है, उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है, जबकि संविदा कर्मियों की छंटनी की जा रही है।
संघर्ष समिति के पदाधिकारी सुनील प्रजापति ने कहा कि निदेशक वित्त निधि नारंग का कार्यकाल समाप्त हो रहा है, लेकिन निजीकरण से जुड़े घोटाले में क्लीन चिट देने के लिए उन्हें कार्य विस्तार दिया जा रहा है। उन्होंने नए निदेशक पुरुषोत्तम अग्रवाल द्वारा कार्यभार ग्रहण न करने का हवाला देकर पूरे प्रकरण की जांच की मांग की।
इं. के.एन. शुक्ला ने साफ कहा कि यदि ट्रांजैक्शन कंसलटेंट की नियुक्ति रद्द कर दी जाए और निजीकरण की प्रक्रिया वापस ले ली जाए, तो आंदोलन समाप्त हो सकता है। समिति ने आरोप लगाया कि एक लाख करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की परिसंपत्तियों को कुछ हजार करोड़ में निजी हाथों में सौंपने की तैयारी की जा रही है। इसके तहत 42 जनपदों की सरकारी जमीनें मात्र एक रुपये की लीज पर देने का निर्णय किया गया है।
संघर्ष समिति के आह्वान पर प्रदेश भर के बिजली कर्मचारियों, संविदा कर्मियों और अभियंताओं ने आज दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक तीन घंटे का व्यापक विरोध प्रदर्शन किया। समिति ने स्पष्ट किया कि आंदोलन उपभोक्ताओं के सहयोग से किया जा रहा है ताकि उन्हें कोई असुविधा न हो।
संघर्ष समिति ने चेतावनी दी कि यदि उत्पीड़नात्मक कार्रवाइयाँ बंद नहीं की गईं तो भीषण गर्मी में उत्पन्न होने वाली किसी भी ऊर्जा संकट की पूरी जिम्मेदारी पावर कॉरपोरेशन प्रबंधन की होगी।
प्रदर्शन में शामिल प्रमुख पदाधिकारियों में इं. राजेश कुमार, इं. मनोज कुमार, इं. लक्ष्मण मिश्र, इं. मुकेश गुप्ता, अमित सिंह, धनंजय सिंह, भानु प्रताप चौरसिया, सुनील प्रजापति, नारायण चंद्र चौरसिया, विभव रंजन श्रीवास्तव, मालती देवी, प्रदुम्न कुमार, योगेन्द्र चौहान समेत 100 से अधिक कर्मी शामिल रहे।





