रायपुर के सरकारी स्कूलों में लड़कियों को सेल्फ डिफेंस के तरीके बताए जा रहे हैं। बाकायदा एक अभियान की शुरुआत की गई है। राह चलते कई बार लड़कियां मनचलों की छेड़खानी की शिकार हो जाती हैं। किस सिचुएशन में कैसे खुद को बचाना है इसके टिप्स एक्सपर्ट्स लड़कियों को दे रहे हैं।
आदिशक्ति नारी उन्नयन फाउंडेशन ने राजधानी में रानी लक्ष्मी बाई योजना शुरू की है। इसके तहत बच्चियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाए जा रहे हैं। संस्था की निर्देशिका अंजना वर्मा ने बताया कि रायपुर जिले के धरसींवा और रायपुर विकासखंड के 232 सरकारी विद्यालयों में आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
इस ट्रेनिंग में मार्शल आर्ट कोच विशाल हियाल बच्चियों को सेल्फ डिफेंस सिखा रहे हैं। 2 महीनों के भीतर 200 से अधिक स्कूलों में फाउंडेशन की ओर से यह प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिससे 6वीं से 12वीं की सभी लगभग 90 हजार छात्राएं ट्रेनिंग लेंगी। 1 नवंबर से शुरु हुआ ये अभियान 30 दिसंबर तक चलेगा।
पिन भी बचा सकता है जान
सेल्फ डिफेंस के गुर सिखाते हुए एक्सपर्ट बता रहे हैं कि कैसे एक पिन भी लड़कियों की जान बचा सकता है। एक्सपर्ट ने बताया कि यदि कोई जानलेवा हमला करे या पीछे से आकर जकड़ ले तो गर्ल्स अपने पास मौजूद सेफ्टी पिन चुभाकर खुद को बचा सकती हैं।
एक्सपर्ट ने बताया कि हमलावर के नाक, गले और आंखों पर उंगलियों या मुक्के से अटैक किया जा सकता है। गर्ल्स अपने दुपट्टे से भी अटैककर को फंसाकर रोक सकती हैं। कोई सामने से आकर पकड़े तो घुटनों से पेट के निचले हिस्से में अटैककर खुद को सेफ किया जा सकता है।