उत्तर प्रदेश के जौनपुर में प्रेमिका के बारे में कमेंट करने पर युवक ने अपने अजीज दोस्त की उसी के घर में गोली मारकर हत्या कर दी. वारदात के बाद आरोपी चुपके से पिस्टल छिपाने अपने घर भी चला गया. थोड़ी देर बाद जब परिजनों ने युवक को लहूलुहान कमरे में मृत पड़ा देखा तो कोहराम मच गया. पुलिस को गुमराह करने के लिए हत्यारोपी अपने दोस्त को देखने भी पहुंचा. हालांकि, पुलिस ने चौबीस घंटे के भीतर ही हत्याकांड का खुलासा करते हुए आरोपी युवक को पिस्टल, कारतूस के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.




जौनपुर के सिंगरामऊ थाना क्षेत्र के खानपुर गांव में रहने वाले दलित युवक दिलीप कुमार और इसी थाना क्षेत्र के कुधुआ के रहने वाले रंजीत बिंद में गहरी दोस्ती थी. रंजीत अक्सर दिलीप के घर आता जाता रहता था. दिलीप के घर के ठीक सामने रंजीत का पैथोलॉजी सेंटर भी है, जहां वह बैठता था. शुक्रवार की सुबह रंजीत अपने दोस्त दिलीप के घर गया था. दिलीप के कमरे में दोनों बात कर रहे थे. कुछ देर बाद दिलीप की लहुलुहान हालत में लाश मिली.
युवक ने की दोस्त की गोली मारकर हत्या
दिलीप के घर पहुंचने के बाद आरोपी रंजीत बिंद उसके कमरे में बात कर रहा था. इसी बीच दिलीप ने रंजीत की प्रेमिका का नाम लेते हुए उसके बारे में कुछ बोल दिया. फिर क्या, रंजीत को प्रेमिका के बारे में एक भी शब्द दिलीप के मुंह से सुनना नागवार गुजरा. उसने अपने पास रखी पिस्टल निकाली और दिलीप के घर में ही उसकी गोली मारकर हत्या कर दी. इसके बाद रंजीत पिस्टल छिपाने के लिए वहां से अपने घर कुधुआ चला गया.
हत्या के बाद दोस्त को देखने पहुंचा युवक
जहां उसने अपने कमरे के पिस्टल छिपाई फिर पुलिस को गुमराह करने के लिए घर से वापस दिलीप के घर के सामने स्थित अपने पैथोलॉजी सेंटर पर जाकर बैठ गया. दिलीप की हत्या के बाद जब घर कोहराम मच गया तो पुलिस और आसपास के लोग भी घटनास्थल पर इकट्ठा हो गए. बाकी लोगों की तरह मृत पड़े दिलीप को देखने उसका हत्यारा दोस्त रंजीत भी पहुंचा, लेकिन कुछ देर बाद वह वहां से गायब हो गया.
पिता ने दर्ज कराई थी FIR
घर के अंदर कमरे में बेटे की संदिग्ध परिस्थितियों में गोली मारकर हत्या किए जाने के बाद मृतक दिलीप कुमार के पिता हौसला प्रसाद ने जमीनी विवाद में बेटे की हत्या की आशंका जाहिर करते हुए केस दर्ज कराया था. मृतक के पिता की तहरीर पर केस दर्ज करके पुलिस शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था. पुलिस ने जब इस हत्याकांड के खुलासे के लिए उसके करीबियों की कुंडली खंगालनी शुरू की तो उसका दोस्त रंजीत ही इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी निकला.
हथियार के साथ आरोपी दोस्त अरेस्ट
इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों और सर्विलांस की मदद से पुलिस ने आरोपी रंजीत बिंद को फरार होने से पहले ही आलाकत्ल पिस्टल, कारतूस के साथ गिरफ्तार कर लिया. आवश्यक कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया. घटना का खुलासा करते हुए जौनपुर के अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण आतिश कुमार सिंह ने बताया कि मृतक दिलीप और रंजीत बिंद दोनों अच्छे दोस्त थे. रंजीत हमेशा दिलीप के घर आता जाता रहता था.
शुक्रवार की सुबह वह दिलीप के घर गया था. दोनों में बातचीत के दौरान विवाद हो गया. दिलीप ने रंजीत की प्रेमिका के बारे में कुछ बोल दिया इसी बात पर आरोपी ने अपने पास रखी पिस्टल से उसकी गोली मारकर हत्या कर दी. चौबीस घंटे के भीतर ही इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए आरोपी को पिस्टल कारतूस के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. आरोपी ने बताया कि उसकी प्रेमिका के बारे में दिलीप ने गलत बोल दिया था. इसी बात पर उसने गुस्से में अपने दोस्त दिलीप की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
