पीड़ित पक्ष की नहीं दर्ज हुई FIR, मुकामी पुलिस पर लगे गंभीर आरोप, पुलिस अधीक्षक से हुई शिकायत
मामला हैदरगढ़ कोतवाली क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले भिखारीखेर मजरे सहावर का है जहाँ पर 2 पक्षों मे आये दिन विवाद होता रहता है और किसी न किसी का सर फूट जाता है। इस बार फिर कुछ ऐसा ही हुआ।पुलिस अधीक्षक को दी गयी शिकायत मे पीड़िता अनीता तिवारी पत्नी अभिमन्यु तिवारी ने उक्त गांव निवासी अपने पड़ोसियों पर आरोप लगाया कि 9 जून की रात लगभग 8 बजे जब उनके पति बाजार गये हुये थे उसी बीच मौका देखकर पहले उन लोगों ने घरवालों की गैरमौजूदगी मे छेड़छाड़ की कोशिश की उसके बाद विरोध करने पर मारपीट करने लगे! महिला का कहना है कि पहले से घात लगाये बैठे राजाबेटा उर्फ अखिलेश, गुड्डू उर्फ अयोध्या प्रसाद पुत्र जानकी प्रसाद तिवारी पीड़िता के घर मे घुस आये और उसके बाद उमेश तिवारी व सुरेश तिवारी पुत्रगण स्व. रामसुफल तिवारी ने महिला से अभद्रता की व गालियों से नवाजा, जब महिला ने विपक्षियों की इस बेहुदा हरकत का विरोध किया तो विपक्षियों ने मारपीट भी शुरू कर दी, तभी महिला के पति अभिमन्यु तिवारी बाजार से वापस लौटे तो घर का मंजर देख आगबबूला हो गये और अपनी पत्नी को छुड़ाने की कोशिश की लेकिन तभी उनके ऊपर भी विपक्षियों ने लाठी डंडे से हमला बोल दिया जिसमें उनका सिर फट गया और खून से लहुलुहान हो गये । इसके बाद पीड़ित पक्ष कोतवाली पहुंचा जिस पर पुलिस ने पीड़ितों को मेडिकल के लिये सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैदरगढ़ भेज दिया जहाँ पर उनका मेडिकल किया गया लेकिन उनकी शिकायत नहीं दर्ज की गयी।पीड़ित पक्ष ने हल्का दरोगा वेद प्रकाश गुप्ता पर भी गंभीर आरोप लगाते हुये पुलिस अधीक्षक से शिकायत की है।पीड़ित पक्ष ने बताया कि हल्का दरोगा वेद प्रकाश गुप्ता ने पीड़ित से प्रार्थना पत्र बदलकर लाने को कहा लेकिन पीड़ित पक्ष के मना करने बाद दरोगा ने प्रार्थना पत्र को फाड़ दिया और कहा कि झूठी शिकायत लेकर आओगे तो शिकायत दर्ज नही होगी।पीड़ित पक्ष के मुताबिक इसके पहले 27 नवंबर 2024 को भी रात के करीब 11 बजे विपक्षियों ने हमला बोल दिया था जिसका वीडियो पीड़ित पक्ष के पास मौजूद है, उस घटना के बाद भी हल्का दरोगा ने पीड़ित पक्ष को धमकाते हुये कहा था कि तुम्हारी शिकायत दर्ज नहीं होगी और यदि दर्ज कराओगे तो
तुम्हारा पति व परिवार जेल मे सड़ जायेगा।उक्त घटना से पीड़ित पक्ष सदमे मे है और पुलिस अधीक्षक से मामले को लेकर शिकायत की गयी है? अब देखना है कि मामले मे आखिर क्या कार्यवाही होती है?
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अभिमन्यु तिवारी के मामले मे पहले भी सीओ आफिस के पेशकार और चौकीदार को एंटी करप्शन ने पकड़ा था
आपको बता दें कि इन्ही पक्षों के विवाद को लेकर पूर्व के मामले मे पीड़ित पक्ष को ही मुलज़िम बना दिया गया था और पीड़ित पक्ष से विवेचना मे नाम हटाने के नाम पर पेशकार दरोगा अशोक कुमार पांडे द्वारा पैसों की मांग की जा रही थी, जिसमें पीड़ित पक्ष ने मामले की शिकायत एंटी करप्शन टीम से की थी जिसके बाद एंटी करप्शन टीम ने पूरा जाल बुना और दरोगा अशोक कुमार के साथ चौकीदार रामकुमार को भी रंगे हाथ पकड़ लिया था, बाद मे दोनों को सस्पेंड भी कर दिया गया था।इसी के बाद पुलिस क्षेत्राधिकारी हैदरगढ़ आलोक कुमार पाठक को भी हटा दिया गया था और उन्हें यातायात उपनिरीक्षक मे तैनात कर दिया गया था।





