पाकिस्तानी सेना के प्रमुख के रूप में छह साल का कार्यकाल समाप्त होने पर निवर्तमान थल सेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल कमर जावेद बाजवा मंगलवार को अपने उत्तराधिकारी जनरल सैयद असीम मुनीर को कमान सौंपेंगे।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि रावलपिंडी में जनरल हेडक्वार्टर (जीएचक्यू) में वर्तमान में पाकिस्तानी सेना का कमान बदलने का समारोह चल रहा है। इसमें संघीय मंत्रियों, राजनयिकों, गणमान्य व्यक्तियों और पत्रकारों को आमंत्रित किया गया है।
जनरल जनरल मुनीर को 24 नवंबर को प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ ने काफी अटकलों के बाद नए सेना प्रमुख के रूप में नियुक्त किया था।
जनरल मुनीर देश की आजादी के बाद से पाकिस्तानी सेना की कमान संभालने वाले 17वें सीओएएस हैं।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि नवनियुक्त सैन्य प्रमुख ने खुफिया एजेंसियों इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) और मिल्रिटी इंटेलिजेंस (एमआई) में काम किया है।
रविवार को जनरल साहिर शमशाद मिर्जा ने ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी (सीजेसीएससी) के अध्यक्ष के रूप में अपनी नियुक्ति ग्रहण की। जनरल मिर्जा ने जनरल नदीम रजा का स्थान लिया।
जनरल बाजवा ने सोमवार को राष्ट्रपति और प्रधान मंत्री के साथ बैठकें कीं, जिन्होंने उन्हें शुभकामनाएं दीं।
बाद में प्रधानमंत्री ने अपने आवास पर जनरल बाजवा के सम्मान में भोज का आयोजन किया।
शहबाज शरीफ ने पाकिस्तानी सेना, राष्ट्रीय रक्षा और राष्ट्रीय हितों के लिए जनरल बाजवा की सेवाओं की सराहना की।
विदाई समारोह में प्रधानमंत्री ने कहा कि जनरल कमर के नेतृत्व में सेना ने वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) की ग्रे सूची से पाकिस्तान का नाम हटाने, कोविड-19 महामारी को रोकने आदि संकटों में अनुकरणीय सेवाएं प्रदान कीं।
उन्होंने कहा कि निवर्तमान प्रमुख ने इतिहास के सबसे कठिन क्षणों में से एक के दौरान सेना की कमान संभाली थी। सशस्त्र बलों ने जनरल बाजवा के नेतृत्व में वीरता और बहादुरी के साथ आतंकवाद के खतरे को कुचल दिया। ।