जिला अस्पताल में जांच कराने पहुंची गर्भवती महिला और उसके पति के साथ पर्ची और कैश काउंटर के दो कर्मचारियों ने दुर्व्यवहार किया। उनसे नई बिल्डिंग के लिए पर्ची काटने की बात कही गई, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। और उल्टे महिला के पति पर दबाव बनाने लगे। जिसकी शिकायत सिविल सर्जन से हुई। मामले के बाद सिविल सर्जन ने दो कर्मचारियों को नोटिस देकर अस्पताल की छवि धूमिल करने की बात लिखी है। कोमलचंद्र देवांगन ने इसकी शिकायत कलेक्टर से की है। उन्होंने बताया है कि शेख अयूब और धमेंद्र लहरे ने उनके और उनकी पत्नी से बुरा व्यवहार किया है। वे 5 नवंबर को साढ़े 10 बजे अपनी पत्नी को लेकर अस्पताल पहुंचे।
लंबी लाइन में लगने के बाद जब उनका पर्ची कटाने के लिए नंबर लगा। इसके बाद कोमल ने नई बिल्डिंग की पर्ची काटने की बात कही, तो दोनों कर्मचारियों ने उन्हें मना किया। कोमलचंद देवांगन ने कर्मचारियों को इसके संदर्भ में वहां बोर्ड लगवाने की बात कही, तो कर्मचारियों ने बुरा भला कहना शुरू कर दिया। इसके बाद पीड़ित ने इसकी शिकायत बड़े अधिकारियों से की। मामले में जब कलेक्टर ने सिविल सर्जन से जवाब मांगा तो उन्होंने दोनों कर्मचारियों को नोटिस जारी किया। फिलहाल कर्मचारियों की तरफ से इस मामले में जवाब पेश नहीं किया गया है।
मरीजों से दुर्व्यवहार की शिकायत आम
जिला
अस्पताल में मरीजों से दुर्व्यवहार और सही इलाज नहीं मिलने की शिकायत आम
हो गई है। यहां कथित तौर पर डॉक्टरों से मिलने के लिए टोकन सिस्टम शुरू
किया गया है, लेकिन कई बार उसका पालन नहीं हो रहा। यही वजह है कि मरीज
लगातार सिविल सर्जन को इसकी शिकायत कर रहे, लेकिन वे भी उसी मामले को ध्यान
दे रहे।