मध्यप्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने BJP को जय सियाराम कहने की नसीहत दी थी। आगर-मालवा में राहुल ने कहा था- "BJP सिर्फ श्रीराम कहती है। उनकी पार्टी में कोई महिला विंग भी नहीं है।" राहुल के इस बयान पर कर्नाटक CM बसवराज बोम्मई ने तंज कसते हुए कहा है कि राहुल को RSS की पूरी जानकारी ही नहीं है।
बोम्मई बोले- वे RSS को पूरी तरह जानते ही नहीं हैं। उसमें एक वुमन विंग है, जिसका नाम दुर्गा वाहिनी है। हम किसी भी प्रोग्राम की शुरुआत भारत माता की जय के नारे के साथ करते हैं।
अब पढ़िए राहुल ने क्या कहा था
आगर
में एक सभा को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा था- पंडित जी ने मुझसे कहा
कि आप अपनी स्पीच में पूछिए कि भाजपा के लोग जय श्रीराम करते हैं, लेकिन जय
सियाराम और हे राम क्यों नहीं करते। RSS और भाजपा के लोग भगवान राम की
भावना से जिंदगी नहीं जीते हैं। मैं RSS के लोगों से कहना चाहता हूं कि जय
श्रीराम, जय सियाराम और हे राम का प्रयोग कीजिए। सीता जी का अपमान मत
कीजिए।
BJP के कई नेताओं ने किया था पलटवार
- MP के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा- राहुल बाबा का ज्ञान, बाबा-बाबा ब्लैक शीप तक ही सीमित है। राम की शुरुआत श्री से ही होती है,जरा खोल कर तो देख लें इतिहास।
- UP के डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट किया- भगवान श्रीराम के अस्तित्व को नकारने वाली कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी को भाजपा ने जय सियाराम बोलने के लिए विवश कर दिया है।
- शाहनवाज हुसैन ने कहा कि भाजपा को राहुल गांधी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। वे इलेक्शन वाले हिंदू हैं।
- ब्रजेश पाठक ने कहा कि राहुल गांधी नाटक मंडली के नेता हैं। वो कोट के ऊपर जनेऊ पहनते हैं। उनको भारत की संस्कृति के बारे में कुछ नहीं पता है। बस गली-गली दौड़ रहे हैं, क्योंकि जनता ने इनको नकार दिया है।
- राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा शुक्रवार को मध्य प्रदेश को आगर-मालवा में थी। इस दौरान आगर में एक सभा को संबोधित करते हुए ‘जय श्रीराम’, ‘जय सियाराम’ और ‘हे राम’ के नारों की अपने अंदाज में व्याख्या की। उन्होंने कहा- जय सियाराम’ इसका मतलब क्या है?