कांग्रेस ने संगठन में बड़ा फेरबदल करते हुए तीन राज्यों के प्रभारी बदल दिए हैं। इसमें राजस्थान, हरियाणा और छत्तीसगढ़ शामिल हैं। पंजाब के पूर्व मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा को राजस्थान, कुमारी शैलजा को छत्तीसगढ़ का और शक्ति सिंह गोहिल को दिल्ली के अलावा हरियाणा का भी प्रभारी बनाया गया है। नई नियुक्तियों को लेकर महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पत्र जारी किया है।
विधानसभा चुनावों को लेकर किए बदलाव
शैलजा
ने पुनिया, रंधावा ने अजय माकन और गोहिल ने विवेक बंसल का स्थान लिया है।
माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ और राजस्थान में अगले साल होने वाले विधानसभा
चुनाव से पहले ये बदलाव आए हैं। दोनों राज्यों में वर्तमान में कांग्रेस
सत्ता में है। पार्टी की ओर से जारी एक आधिकारिक संदेश में कहा गया कि
कांग्रेस अध्यक्ष ने तत्काल प्रभाव से अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में ये
नियुक्तियां की हैं।
सप्पल को पवन बंसल के साथ लगाया
पार्टी
अजय माकन, पीएल पुनिया और विवेक बंसल के योगदान की सराहना करती है और
उन्हें उनके संबंधित राज्यों के महासचिव और प्रभारियों के रूप में उनकी
जिम्मेदारियों से मुक्त करती है। आदेश में यह भी कहा गया है कि कांग्रेस
अध्यक्ष ने गुरदीप सिंह सप्पल को पवन कुमार बंसल के साथ लगाया है। पूर्व
केंद्रीय मंत्री बंसल वर्तमान में पार्टी के कोषाध्यक्ष हैं और प्रशासनिक
विभाग के प्रभारी भी हैं।
BJP भी जल्द बदल सकती है कई राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष
कांग्रेस
के बाद भाजपा भी अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों और उसके बाद 2024 के
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आधे राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष बदलने की तैयारी
कर चुकी है। नए प्रदेश अध्यक्षों की घोषणा इसी महीने हो सकती है। जिन
राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष बदले जा सकते हैं, उनमें राजस्थान, मध्य प्रदेश,
छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, प. बंगाल, ओडिशा, दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल
प्रदेश, गोवा आदि शामिल हैं।
भाजपा मुख्यालय में दो दिन चलने वाली पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में इन मुद्दों पर चर्चा होगी। बैठक सोमवार को शुरू हुई। इस बैठक में कुल 8 सत्र हैं। सूत्रों के अनुसार, लगभग सभी सत्रों में चर्चा का केंद्र अगले दो साल में होने वाले चुनाव हैं। पार्टी के उपाध्यक्ष और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमण सिंह ने बताया कि सोमवार को बैठक में बूथ को और मजबूत करने की चर्चा हुई। पार्टी यह कोशिश कर रही है कि बूथ को न सिर्फ मजबूत किया जाए, बल्कि इस काम में लगे कार्यकर्ताओं को और अधिक सक्रिय रखा जाए।
मोदी का संदेश- सीमावर्ती गांवों तक पहुंचें कार्यकर्ता
सोमवार
को बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि सीमावर्ती गांवों तक पहुंच कर
कार्यकर्ताओं को विभिन्न तरह की गतिविधियां चलानी चाहिए। देश में 500
सीमावर्ती गांव में पार्टी के कार्यकर्ता पहुंचकर वहां सफाई अभियान, खेल
प्रतियोगिता, सेमिनार, डिबेट, फूड फेस्टिवल जैसे कार्यक्रमों का आयोजन
करें। मोदी ने स्नेह मिलन कार्यक्रम चलाने का सुझाव भी दिया। इसमें देश भर
के विभिन्न राज्यों के लोग देश के दूसरे राज्यों में जाकर वहां के लोगों से
मिले-जुले।