पूर्व इंटरनेशनल क्रिकेटर ऋषिकेश कानिटकर इंडियन विमेंस टीम के बैटिंग कोच बनाए गए हैं। जबकि टीम के हेड कोच रमेश पवार को नेशनल क्रिकेट अकादमी (NCA) भेजा गया है। पवार बेंगलुरू में वीवीएस लक्ष्मण के साथ काम करेंगे।
BCCI ने मंगलवार को बताया कि ऋषिकेश 9 दिसंबर से मुंबई में शुरू हो रही 5 मैचों की टी-20 सीरीज से पहले टीम से जुड़ जाएंगे।
48 साल के पूर्व क्रिकेटर कानिटकर ने इंडियन विमेंस टीम का कोच बनने के बाद कहा- ‘राष्ट्रीय महिला टीम का बैटिंग कोच बनना मेरे लिए सम्मान की बात है। मुझे इस टीम में जबर्दस्त संभावनाएं दिख रही हैं और हमारे पास युवाओं और अनुभव का अच्छा मिश्रण है। मुझे लगता है कि यह टीम आगे की चुनौती के लिए तैयार है। आगे कुछ बड़ी प्रतियोगिताएं आ रही हैं और यह टीम के साथ बतौर बैटिंग कोच मेरे लिए भी रोमांचक होने वाला है।’
वहीं, विमेंस टीम के पूर्व हेड कोच रमेश पवार ने कहा- ‘सीनियर विमेंस टीम के मुख्य कोच के रूप में मेरा अनुभव अच्छा रहा है। पिछले कुछ वर्षों में मैंने कुछ दिग्गजों और देश के उभरते टैलेंट के साथ काम किया है। NCA में अपनी नई भूमिका के साथ मैं अपने वर्षों के अनुभव को आगे बढ़ाना चाहूंगा। बेंच स्ट्रेंथ के विकास के लिए वीवीएस लक्ष्मण के साथ काम करने के लिए एक्साइटेड हूं।’
कोच्ची टस्कर्स के असिस्टेंट कोच रहे, विवाद के चलते रिजाइन किया था
कानिटकर
ने अपनी कोचिंग में टीम इंडिया को इस साल की शुरुआत में हुए अंडर-19
वर्ल्ड कप में चैंपियन बनाया था। इतना ही नहीं, वे वीवीएस लक्ष्मण के साथ
हाल ही में न्यूजीलैंड दौरा करके लौटी टीम इंडिया के कोचिंग स्टॉफ का
हिस्सा थे।
वे 2011 में IPL की फ्रेंचाइजी कोच्ची टस्कर्स के असिस्टेंट कोच बने थे, लेकिन सीजन शुरू होने के पहले की एक विवाद के चलते उन्हें हटा दिया गया था। 2015-16 में वे गोवा की रणजी टीम के हेड कोच बने। 2016-2019 तक उन्होंने तमिलनाडु रणजी टीम के हेड कोच रहे।
आखिरी ओवर पर चौका जमाकर भारत को जिताया था सिल्वर जुबली कप
कानिटकर
ने 1998 में भारत को सिल्वर जुबली कप जिताया था। उन्होंने फाइनल मुकाबले
के आखिरी ओवर में पाकिस्तान के सकलेन मुश्ताक की बॉल पर चौका जमाया था। टीम
इंडिया को अंतिम 2 गेंदों में 3 रन की जरूरत थी। उस मैच को भारत ने 3
विकेट से जीता था। कानिटकर के अलावा सौरव गांगुली (124) ने शतक जमाया था।
ढाका स्टेडियम में पाकिस्तान ने बल्लेबाजी करते हुए 314 का स्कोर खड़ा कर दिया। जिसे भारत ने 7 विकेट खोकर हासिल किया था।