ऑस्ट्रेलिया में भारत विरोधी गतिविधियों पर वहां की सरकार अब सख्त एक्शन लेने की तैयारी में है। ऑस्ट्रेलिया की राजधानी कैनबरा में भारत के खिलाफ हो रही खालिस्तानी साजिशों को लेकर एक बैठक की गई। जिसके बाद कैनबरा के ऑफिशियल्स ने बताया है कि सुरक्षा एजेंसियों से इस मामले को लेकर काम करने को कहा गया है।
दरअसल भारत लगातार ऑस्ट्रेलिया में चल रही खालिस्तानी मुवमेंट के विस्तार को लेकर शिकायत करता रहा है। साथ ही पीएम मोदी भी क्वाड नेताओं की मीटिंग में शामिल होने के लिए ऑस्ट्रेलिया जाएंगे। जिसको लेकर वहां के अधिकारियों ने एक मीटिंग की है। एक अधिकारी ने बताया कि कई विदेशी तत्वों के ऑस्ट्रेलिया में घुसकर चलाई जा रही भारत विरोधी कैंपेन को लेकर हम चिंतित हैं।
विदेश मंत्री और गृह मंत्री को दी गई जानकारी
ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग और गृह मंत्री क्लेयर ओ’नील को वहां के अधिकारियों ने यह भी जानकारी दी है कि वो लोगों के विचार रखने की आजादी की इज्जत करते हैं। लेकिन, अब लग रहा है कि इस आजादी की आड़ में कुछ गलत हो रहा है।
खालिस्तानी नेताओं के वीजा की होगी जांच
ऑस्ट्रेलिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक भारत के खिलाफ हो रही साजिशों को रोकने के लिए वहां कि सरकार अब उन सभी विदेशियों के वीजा को जांच रहा है। जो वहां भारत के खिलाफ खालिस्तान बनाने के पक्ष में रेफरेंडम करवाना चाहते हैं।
ऑस्ट्र्लियाई सरकार के कार्यक्रम में खालिस्तानी झंडे
पिछले महीने 19 नवंबर को मेलबर्न में भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में खालिस्तानियों ने अपने झंडे फहराए थे। इस कार्यक्रम को वहां सरकार के द्वारा फंड किया गया था। जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया में मौजूद भारतीय अधिकारियों ने सरकार से इस मामले की कड़ाई से जांच करने की मांग की थी।
ऑस्ट्रेलिया में रह रही हिंदू कम्युनिटी को खतरा
ऑस्ट्रेलिया में काफी समय से खालिस्तानी प्रोपोगैंडा को समर्थन मिल रहा है। सोशल मीडिया पर भी ये काफी जोर पकड़ रहा है। एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक कई तरह के विवादित पोस्टर सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हो रहे हैं। जिनमें एक पर लिखा है, ‘भारतीय-हिंदू व्यवस्था को खत्म करने की अंतिम लड़ाई’। इस तरह के पोस्टर पर सतवंत सिंह और केहर सिंह की तस्वीरें लगी हुई हैं। बता दें कि सतवंत सिंह वहीं सिक्ख बॉडीगार्ड था जिसने प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या की थी। वहीं केहर सिंह को उनकी हत्या की साजिश के आरोप में फांसी की सजा दी गई थी।
इस तरह के पोस्टरों पर ऑस्ट्रेलिया में रह रहे हिंदूओं ने उनके खिलाफ नफरत बढ़ने की आशंका जाहिर की है। एक हिंदू ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि खालिस्तानियों ने रेफरेंडम के लिए जो रैली निकालने का प्लान बनाया है। उसका रास्ता कई हिंदूओं के घरों से होकर गुजरता है। जिससे हिंसा होने का खतरा बढ़ सकता है।