इंडोनेशिया की जोको विडोडो सरकार ने मंगलवार को नया क्रिमिनल कोड ऑफ कंडक्ट या आपराधिक कानून पास किया। 3 साल से इस कानून को संसद से पास कराने की कोशिश की जा रही थी। इंडोनेशिया और इसके बाहर कई लोग इस कानून को बेहद सख्त बताते हुए इसका विरोध कर रहे हैं। खासतौर पर टूरिज्म सेक्टर तो बेहद नाराज है और इससे जुड़े लोग सड़कों पर उतर चुके हैं।
इंडोनेशिया का टूरिज्म सेक्टर कोविड के दौर से हुई तबाही से उबरने की कोशिश कर रहा था, अब नए कानून ने उनकी परेशानियां बेहद बढ़ा दी हैं। सरकार का टारगेट है कि GDP में टूरिज्म का हिस्सा 15% तक हो। अभी ये महज 5% है। नए कानून के बाद लोगों को लगता है कि टूरिज्म इंडस्ट्री तबाह हो जाएगी।
अपने पैरों पर कुल्हाड़ी
BBC
ने इंडोनेशिया के नए कानून पर तफ्सील से रिपोर्ट पब्लिश की है। इसके
मुताबिक- कोविड के दौर से उबरना अभी शुरू ही हुआ था कि जोको विडोडो सरकार
के नए क्रिमिनल कोड ने तबाही का नया दरवाजा खोल दिया। टूरिज्म सेक्टर ही
क्यों, आम लोगों को भी लग रहा है कि नया कानून दुनिया में इंडोनेशिया की
इमेज खराब करेगा और इसका सीधा असर लाखों लोगों के रोजगार पर पड़ेगा। एक
ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट ने कहा- इससे बुरा और कुछ नहीं हो सकता।
बतौर टूरिस्ट सबसे ज्यादा ऑस्ट्रेलियाई लोग इंडोनेशिया आते हैं। ऑस्ट्रेलिया मीडिया के मुताबिक- इंडोनेशिया ने खुद अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली है। अब हमारे लोग वहां जाने से बचेंगे। उन्हें सख्त कानूनों का डर सताएगा।
सरकार की सफाई
सरकार
ने अब तक ऑफिशियली इस कानून पर कोई सफाई नहीं दी है। हालांकि, मीडिया से
बातचीत में विडोडो के अफसर कहते हैं- टूरिस्ट को घबराने की जरूरत नहीं है।
किसी भी शख्स के खिलाफ कार्रवाई सिर्फ तभी हो सकती है जब बच्चे, पैरेंट्स
या संबंधित व्यक्ति की पत्नी शिकायत करे। लेकिन, लोग इस सफाई से खुश होने
के बजाए नाराज हो रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार एक भयानक भूल पर भी लोगों
को गुमराह करना चाहती है।
कई ऑस्ट्रेलियाई तो शादी करने के लिए भी इंडोनेशिया आते हैं। उनकी नजर में यह बेहद खूबसूरत और कम खर्च वाला देश है। कई ऑस्ट्रेलियाई तो एक साल में तीन या चार बार भी यहां घूमने आते हैं। इन लोगों को डर है कि अगर उनके पास मैरिज सर्टिफिकेट नहीं होगा तो वो किसी होटल में भी नहीं रुक सकेंगे। अनमैरिड कपल तो अब यहां न आने की बात कर रहे हैं।