सागर के केंद्रीय जेल में अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती कराए गए कैदी की मौत हो गई। कैदी वर्ष 2013 से जेल में हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा था। मामले की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। शव का पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम डॉक्टरों की पैनल से कराया गया। मर्ग कायम कर जांच में लिया है। जिला एवं सत्र न्यायालय ने कैदी की मौत मामले में न्यायिक जांच के आदेश जारी कर दिए है।
हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा था
जेल प्रबंधन के अनुसार बुंदेल सिंह लोधी उम्र 42 साल निवासी किरतपुर बेगमगंज (रायसेन) को वर्ष 2013 में हत्या की धारा 302 में उम्रकैद की सजा हुई थी। वह 2013 से ही सागर केंद्रीय जेल में सजा काट रहा था। गुरुवार सुबह अचानक कैदी बुंदेल सिंह के सीने में दर्द उठा। उसने बैरंक इंचार्ज को सूचना दी। जिसके बाद कैदी का चेकअप किया गया। तबीयत बिगड़ने पर तत्काल उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। अस्पताल में इलाज के दौरान कैदी बुंदेल सिंह ने दमतोड़ दिया। कैदी की मौत की सूचना मिलते ही जेल अधीक्षक और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। मृतक के परिवार वालों को मामले की सूचना दी गई। वहीं डॉक्टर्स की पैनल से पीएम कराया गया।
मामले की कराई जा रही न्यायिक जांच
केंद्रीय जेल के अधीक्षक दिनेश नरगावे ने बताया कि सीने में दर्द होने के कारण कैदी को अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां उसकी मौत हो गई। मामले में न्यायिक जांच के आदेश हुए है। प्रथम दृष्टया कैदी की मौत हार्ट अटैक से होना लग रही है। हालांकि न्यायिक जांच में मौत का कारण व अन्य स्थितियां स्पष्ट होगी।