रायपुर पुलिस की गिरफ्त में एक ऐसी गर्लफ्रेंड आई है जो ड्रग्स की शौकीन है। बॉयफ्रेंड और अपने दोस्तों के साथ ड्रग्स लिया करती थी। इसे स्मगल करने की कोशिश में थी मगर पकड़ी गई। इस लड़की को NCB( नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) की टीम ने रायपुर के एयरपोर्ट से पकड़ा और पुलिस के हवाले कर दिया है। अब रायपुर पुलिस इनसे ड्रग्स स्मगलिंग से जुड़ी पूछताछ कर रही है। इनके पास से तीन ग्राम मैथाफेटामाईन नाम ड्रग्स मिला है।
अब तक सामने आई जानकारी के मुताबिक जिस लड़की को पुलिस ने पकड़ा उसका नाम दीप्ति रानी भारद्वाज है। 29 साल की दीप्ति कोरबा के पाली की रहने वाली है। इसका आना जाना रायपुर में हुआ करता था। यहां इसका बॉयफ्रैंड संदीप चंद्राकर रहा करता था। ये युवक मूलत: महासमुंद का रहने वाला है। इन दोनों के बारे में NCB का टिप मिली थी कि ये ड्रग्स गोवा ले जा रहे हैं। शुक्रवार को एयरपोर्ट से इन्हें गोवा जाते वक्त पकड़ लिया गया।
टी-शर्ट ने खोल दिया राज
बड़ी
ही चालाकी से इन लवर्स ने ड्रग्स को कूरियर के जरिए गोवा के एक पते पर
भेजने का प्लान बनाया। इन्हें डर था कि ये एयरपोर्ट पर पकड़े जा सकते हैं।
इसलिए प्लान ये था कि टी शर्ट में ड्रग्स रखकर किसी कूरियर कंपनी से गोवा
भेजेंगे। फिर अपने बताए पते पर गोवा जाकर पार्सल रिसीव कर लेंगे। दोनों ने
ऐसा ही किया। असल में दोनों ने गोवा जाकर पार्टी करने और छुट्टी मनाने की
प्लानिंग की थी।
इसके बाद लड़की ने टी-शर्ट के भीतर ड्रग्स रखकर देवेंद्र नगर की मारुति कूरियर नाम की एजेंसी पर जाकर पार्सल छोड़ा। कंपनी ने पार्सल स्कैनिंग में कुछ संदिग्ध वस्तु होना पाया। अहमदाबाद में कंपनी के लीगल हेड राम यादव ने एक ईमेल NCB को भेज दिया। फिर NCB इंदौर की टीम सुनील कुमार वर्मा नाम के ऑफिसर के साथ रायपुर पहुंची। पार्सल को जांचा और इस जोड़े को ट्रेस कर इन्हें एयरपोर्ट से पकड़ लिया। बाद में इन्हें देवेंद्र नगर पुलिस के हवाले कर दिया गया।
अफगानिस्तान वाला ड्रग्स
इन
लवर्स के पास से जो ड्रग्स मिला है वो मैथाफेटामाईन है। ये वही ड्रग्स है
जिसे सितंबर के महीने में दिल्ली की पुलिस ने जब्त किया था। उस कार्रवाई
में दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने 1200 करोड़ कीमत की ड्रग्स को बरामद किया
था। ड्रग्स के साथ 2 अफगानी नागरिकों को भी गिरफ्तार किया गया था, इनके पास
से स्पेशल सेल को 312.5 किलोग्राम मैथाफेटामाईन और 10 केजी फाइन क्वालिटी
की हेरोइन मिली थी। उस कार्रवाई में खुलासा हुआ कि मैथाफेटामाईन ड्रग्स की
बड़ी सप्लाई पूरी दुनिया में अफगानिस्तान से हो रही है। इस ड्रग्स से होने
वाली कमाई का इस्तेमाल आतंकी संगठनों की फंडिंग के लिए किया जाता है।
दिल्ली वाले दोस्त ने दिया था
पूछताछ करने पर लड़की के
प्रेमी संदीप चन्द्राकर ने बताया कि ड्रग को उसके दोस्त मानस जो कि दिल्ली
का रहने वाला है उसने दिया था। इसे ही दीप्ति रानी भारद्वाज ने मारुति
कूरियर में संदीप के नाम से बुक किया था। पुलिस ने इनकी अल्टो कार जब्त की
है। अब इनके खिलाफ नारकोटिक्स एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है ड्रग्स के
लेन-देन में शामिल और लोगों के बारे में पूछताछ की जा रही है।
पुलिस के हत्थे चढ़ी मॉडल; हाईप्रोफाइल पार्टियों में नशा सप्लाई करती थी
इसके पहले रायपुर पुलिस ने पेशे से डीजे और मॉडल लड़की को गिरफ्तार किया था। आरोप था कि लड़की हाई प्रोफाइल पार्टियों में ड्रग्स सप्लाई करती थी। उसके निशाने पर अमीर घरों के युवा रहा करते थे। लड़की रायपुर, बिलासपुर के कई बड़े होटल्स में होने वाली पार्टी में परफॉर्म कर चुकी थी।
सोशल मीडिया में इसके कई फॉलोवर हैं। बॉलीवुड एक्ट्रेस जैसे डांस मूव्स के साथ ये वीडियो भी पोस्ट किया करती थी, जिस पर लाखों लाइक्स और कमेंट आया करते थे। इसे मिलाकर रायपुर पुलिस ड्रग्स कनेक्शन में अब तक 12 लोगों की गिरफ्तारी कर चुकी है।
लड़की पिछले दो साल से ड्रग्स सप्लाई के काम में इंवॉल्व थी। पुलिस ने जांच में पाया कि केस में गिरफ्तार हो चुके 11 युवकों के संपर्क में ये लड़की भी थी। इनमें एक लड़की का प्रेमी है। लड़की ने कई रईस परिवारों के युवक-युवतियों से दोस्ती कर रखी थी। उन्हें कोकीन देकर नशे का आदि बनाने का काम कर रही थी, ताकि वो ड्रग्स लेते रहें और इनकी कमाई होती रहे।
कई शहरों में बेच रहे थे ड्रग्स
कुच समय पहले राजधानी में एक कॉलेज के सामने कड़े गए ड्रग पैडलर के मोबाइल और वॉट्सऐप चैट से ड्रग्स रैकेट से जुड़ी हैरान कर देने वाली जानकारी सामने आई थी। ड्रग्स पैडलर श्रेयांस और विकास राजधानी ही नहीं राज्य के कई शहरों बिलासपुर, दुर्ग-भिलाई, राजनांदगांव, खरसिया तक ड्रग्स की सप्लाई कर रहे थे। पुलिस की नोटिस के बाद दो ड्रग्स के खरीदार थाने पहुंचे। पुलिस ने उनसे करीब एक घंटे पूछताछ की। उन्होंने कई राज उगले। उनसे मिले क्लू की पड़ताल शुरू कर दी गई। ड्रग्स के दोनों खरीदार युवक शहर के संभ्रांत परिवार के हैं। पुलिस का नोटिस घर पहुंचने पर परिजनों को उनकी नशे की लत का पता चला।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ था कि ड्रग्स पैडलर का नेटवर्क राज्य के कई शहरों में फैला है। वे मुंबई के अलावा नागपुर और दिल्ली से सफेद पावडर (कोकिन) मंगाकर सप्लाई करते थे। एक ग्राम पावडर को आरोपी 8 से 10 हजार में बेचते थे। नशे की लत में फंसे युवक मोटी रकम देकर खरीदते हैं।