ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज पर टेस्ट की रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत दर्ज की है। उसने टेस्ट सीरीज के दूसरे मुकाबले में वेस्टइंडीज को 419 रनों से हराया। इस जीत के साथ ही टीम ने 2 मुकाबलों की सीरीज में क्लीन स्वीप कर लिया है। 53 साल पहले बिल लॉरी की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने सर जो गैरी सोबर्स की कप्तानी वाली वेस्टइंडीज को 14 फरवरी 1969 को सिडनी में 382 रनों से हराया था।
एडिलेड में रविवार को 5 दिवसीय मुकाबले के आखिरी दिन 497 के लक्ष्य का पीछा कर रही वेस्टइंडीज की टीम 77 रनों पर ऑलआउट हो गई। उसकी ओर से शिवनारायण चन्द्रपाल के बेटे तेगनारायण चंद्रपाल ने सबसे ज्यादा 17 रन बनाए। टीम का कोई भी बल्लेबाज 20 के आंकड़े को पार नहीं कर सका। मेजबान टीम की ओर से मिचेल स्टार्क, मिचेल निसार और स्कॉट बोल्डन ने एक समान 3-3 विकेट चटकाए। जीत के हीरो ट्रेविस हेड रहे। उन्होंने पहली पारी में 175 और दूसरी पारी में 38* रन बनाए। इन पारियों के लिए ट्रेविस को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
कंगारू टीम ने पहला टेस्ट 164 रनों से जीता था। यह सीरीज जीतने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप पॉइंट टेबल में टॉप पर है। उसके 75% हैं, जबकि 108 हैं। उसने चार सीरीज में आठ टेस्ट जीते हैं। जबकि 3 ड्रॉ रहे हैं। एक मुकाबला ड्रॉ रहा है।
ऑस्ट्रेलिया ने 199/6 पर घोषित की दूसरी पारी
ऑस्ट्रेलियाई
टीम ने पहली पारी 199/6 के स्कोर पर घोषित की थी। उसकी की ओर उस्मान
ख्वाजा ने 45, ट्रेविस हेड ने 38, स्टीव स्मिथ ने 35, मार्नश लाबुशेन ने 31
और डेविड वार्नर ने 28 रन बनाए। वेस्टइंडीज के लिए अल्जारी जोसेफ ने 3 और
रोस्टन चेज ने 2 विकेट लिए।
पहली पारी 511/7 पर घोषित की थी ऑस्ट्रेलिया ने
ऑस्ट्रेलियाई
टीम ने पहली 511/7 रन पर घोषित की थी। उसकी ओर से मार्नस लाबुशेन ने 163
और ट्रेविस हेड ने 175 रन बनाए। जवाब में वेस्टइंडीज की टीम पहली पारी में
214 रन ही बना सकी थी। उसकी ओर से तेगनारायण चंद्रपाल 47 रन ही बना सके थे।