छपरा के सारण में जहरीली शराब से 10 लोगों की मौत हो गई है। सुबह-सुबह अस्पताल में भर्ती 5 और ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। 5 लोगों की मंगलवार देर रात हुई थी। 7 लोगों की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है।
करीब 17 लोगों ने शराब पी थी। जिनमें से 19 की मौत हो गई है। सभी ने डोयला गांव में देसी शराब पी थी। सभी लोग 1 किलोमीटर के दायरे में आसपास रहते हैं। डोयला इलाके में बड़े पैमाने पर देसी शराब बनती और बिकती है।
प्रशासन की ओर से शराब से मौत की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन आसपास के लोगों का कहना है कि सभी ने शराब पी थी। इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। घटना इसुआपुर थाना क्षेत्र के डोइला गांव की है।
परिवार ने बताया कि सभी ने शराब पी थी। जैसे ही घर लौटे तो कुछ देर बाद तबीयत बिगड़ने लगी। अचानक से तेज बुखार चढ़ गया। उल्टियां होने लगी। पेट दर्द की शिकायत होने लगी। अस्पताल ले जाने के दौरान ही 3 लोगों की मौत हो चुकी थी। बाकी की इलाज के दौरान मौत हुई है।
इन लोगों की हुई है मौत
1.
विचेन्द्र राय पिता नर्सिंग राय ( डोइएला) 2. हरेंद्र राम पिता गणेश राम (
मशरख तख़्त) 3. रामजी साह पिता गोपाल साह ( मशरख ) 4. अमित रंजन पिता
दीजेंद्र सिन्हा ( डोइला ) 5. संजय सिंह पिता वकील सिंह ( डोइएला ) 6.
कुणाल सिंह पिता यदु सिंह ( मशरख ) 7. मुकेश शर्मा पिता बच्चा शर्मा (मशरख)
बढ़ सकता है मौत का आंकड़ा, छावनी बना सदर अस्पताल
लोगों
की माने तो मौत का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। जहरीली शराब की भनक प्रशासन
को लगते ही सदर अस्पताल छावनी में तब्दील हो गया। देर रात तक पुलिसकर्मी और
प्रशासनिक पदाधिकारी भाग-दौड़ करते देखे गए। हालांकि जहरीली शराब के सेवन
पर कुछ भी बोलने से कतराते रहे हैं।
शवों का पोस्टमार्टम कराएगा प्रशासन
इस
घटना के बाद गांव में चीख-पुकार मच गई। वहीं जिला प्रशासन में हड़कंप मच
गया। मढौरा डीएसपी ने मौके पर पहुंचकर मामले की छानबीन में लगे हुए हैं।
पुलिस और अन्य पदाधिकारी इलाके में जाकर अन्य बीमार लोगों की तलाश कर रहे
हैं।
इनमें अमित रंजन के उपचार चलने की सूचना के बाद जिला पुलिस बल छपरा सदर अस्पताल पहुंचा। वहां उपचार के क्रम में अमित रंजन की मौत के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है, इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। ताकि मौत का कारण पता चल सके।
छपरा के एक गांव में पूजा के बाद लोगों ने छककर देसी शराब पी। पीने के बाद जब घर गए तो उन्हें उल्टियां होने लगी। आंख से कम दिखने लगा। एक के बाद एक शराब पीने वालों की तबीयत खराब हुई और पूरे गांव में कोहराम मच गया। अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है।
बुधवार रात से शुरू हुआ मौत का सिलसिला शुक्रवार को जारी रहा। तीन दिन में 11 लोगों के अलावा 35 लोगों की हालत गंभीर है। वहीं 15 लोग अपनी आंखों की रौशनी खो चुके हैं। सभी मृतक मकेर थाना क्षेत्र के फुलवरिया पंचायत स्थित भाथा नोनिया टोली के हैं