थाईलैंड की राजकुमारी बजराकितियाभा को कुत्ते के साथ दौड़ते समय हार्ट अटैक आ गया जिससे वे बेहोश हो गईं। उन्हें सीपीआर दिया गया लेकिन कोई असर नहीं हुआ। जिसके बाद उनके पिता और राजा वजीरालोंगकोर्न उन्हें हेलीकॉप्टर के जरिए बैंकॉक के पाक चोंग नाना अस्पताल लेकर गए।
रिपोर्ट के अनुसार, अस्पताल में इलाज के बाद भी राजकुमारी को होश नहीं आया है। वहीं सोशल मीडिया पर उनकी मौत की अफवाह तैर रही हैं। राजकुमारी थाईलैंड की राजगद्दी की अगली वारिस हैं। राजा के बाद उनका गद्दी पर बैठना तय माना जा रहा था। वे आस्ट्रिया में थाईलैंड की राजदूत के तौर पर भी काम कर चुकी हैं।
राजकुमारी को मशीन के जरिए रखा जा रहा जिंदा
राजकुमारी बुधवार सुबह खाओ याई नेशनल पार्क में कुत्ते के साथ दौड़ रही थीं। उसी दौरान उन्हें हार्ट अटैक आया। उन्हें एक घंटे तक सीपीआर दिया गया लेकिन होश नहीं आया। रिपोर्ट के मुताबिक अस्पताल में उन्हें ईसीएमओ मशीन पर रखा गया है। जिसका मतलब है उन्हें मशीन की मदद से जिंदा रखा जा रहा है।
गंभीर परिस्थितियों में ईसीएमओ मशीन का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें पहले खून को शरीर से बाहर मशीन में भेजा जाता है। मशीन खून से कॉर्बनडॉई ऑक्साइड को अलग करती है और ऑक्सीजन वाले खून को वापस शरीर में भेज देती है। इस प्रक्रिया में खून लंग्स और हार्ट में नहीं जाता है जिससे उन्हें ठीक होने के लिए जरूरी समय मिल जाता है।
समिट बीच में छोड़कर देश लौटे पीएम
शाही परिवार ने बयान जारी कर बताया है कि राजकुमारी को होश नहीं आया है। लेकिन उनके मौत की पुष्टि नहीं की है। थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुत चान-ओछा ब्रसेल्स में चल रही ईयू-आसियान समिट को बीच में छोड़कर देश वापस आ गए हैं।
गद्दी को लेकर बढ़ेंगी मुश्किलें
राजकुमारी बजराकितियाभा की मौत होने की स्थिति में थाईलैंड की राजगद्दी के लिए मुश्किलें बढ़ जाएंगी। राजकुमारी राजा की ऐसी इकलौती संतान हैं जिन्हें किसी शाही महिला ने जन्म दिया है। राजा के बाकी बच्चों को सामान्य महिलाओं ने जन्म दिया है। वहीं सिर्फ राजकुमार दीपांगकोर्न को ही राजा के पुत्र के रूप में मान्यता मिली है। लेकिन दीपांगकोर्न को ऑटिज्म नाम की बीमारी है। ऐसे में माना जा रहा था कि राजकुमारी ही आगे चलकर गद्दी संभालेंगी या भाई की संरक्षक के तौर पर काम करेंगी। लेकिन उनकी मौत होने पर राजा की बहन सिरिनधोर्न राजगद्दी की अगली वारिस बन सकती हैं।