एसटी-एससी एक्ट के मामले में राजीनामा न करने के विवाद में एक पक्ष के लोगों ने दलित परिवार पर जमकर कहर बरपाया। आरोप है कि मारपीट के साथ आरोपियों ने उनके घर में आग भी लगा दी। फिलहाल घायल पुष्पेंद्र अहिरवार की हालत गंभीर बनी हुई है, पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
दरअसल, पुराने विवाद के राजीनामे को लेकर एक मजदूर पुष्पेंद्र के साथ 8-10 हथियारबंद बदमाशों ने जमकर मारपीट की। मारपीट के बाद बदमाशों ने पीड़ित मजदूर के घर में आग भी लगा दी। मारपीट में घायल युवक की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिसे इलाज के लिए झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। घटना निवाड़ी जिले के माड़िया गांव की है।
हथियार लेकर पहुंचे थे आरोपी
मारपीट में घायल पुष्पेंद्र ने बताया कि मणिया निवासी मोनू यादव, जगत सिंह और आशीष यादव अपने चार पांच अन्य साथियों के साथ उसके घर पहुंचे और गाली-गलौच करने लगे। जब उसने इसका विरोध किया तो चारों पांचों बदमाशों ने मिलकर उसके साथ जमकर मारपीट की। बदमाश बंदूक के बट, लाठी-डंडे और लोहे की रॉड लेकर पहुंचे थे।
पुष्पेंद्र की मां ने बताया कि वह घर के पास ही मजदूरी कर रहा था। इसी दौरान बदमाशों ने पुष्पेंद्र को देख लिया और मारते-मारते घर तक लाए और वहां भी मारा। बताया जा रहा है कि बदमाश घायल पुष्पेंद्र पर पुराने विवाद को लेकर राजीनामा करने का दबाव बना रहे थे। जब उसने राजीनामा नहीं किया तो उसके साथ मारपीट की गई।
मारपीट कर घर में लगाई आग
हथियारबंद बदमाशों ने पुष्पेंद्र के घर पर भी आग लगा दी। बहरहाल घायल पुष्पेंद्र का पृथ्वीपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार करने के बाद उसे झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया है। शिकायत मिलने के बाद पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है।