बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज में फिर एक बार खुद को साबित करने वाले ऋषभ पंत छोटे फॉर्मेट में फेल क्यों हो जाते हैं? क्रिकेटिंग फैंस के इस सवाल को भास्कर ने जब क्रिकेट एक्सपर्ट्स से पूछा तो उनका कहना था, ‘पंत वनडे और टी-20 क्रिकेट खेलने के लिए मानसिक रूप से रेडी नहीं हैं। उन्हें छोटे फॉर्मेट के गेम को समझने के लिए अभी और काम करने की जरूरत है।’
ऋषभ पंत के टेस्ट और लिमिटेड ओवर्स के फॉर्म पर एक्स्पर्ट्स ने क्या कहा, इस पर आगे इस खबर में बात करेंगे। सबसे पहले जानते हैं कि टेस्ट में उन्हें पिछले कुछ सालों में भारत का टॉप बैटर क्यों माना जाने लगा है।
बांग्लादेश में 49.33 के औसत से रन बनाए
बांग्लादेश के खिलाफ शनिवार को खत्म हुई 2 टेस्ट की सीरीज में पंत ने 3 पारियां खेलीं। इनमें उन्होंने 49.33 की औसत से 148 रन बनाए। इस दौरान उनका स्ट्राइट रेट 91.35 का रहा। पहले मैच में उन्होंने 45 बॉल पर 46 रन बनाए। फिर दूसरे मैच की पहली पारी में अहम मौके पर 104 बॉल पर 93 रन की पारी खेलकर टीम को मुश्किल परिस्थिति से निकाला।
भारत में 8 ही टेस्ट खेले अभी तक
33 मैचों के टेस्ट करियर में पंत ने 43.67 के औसत से 2271 रन बनाए हैं। इनमें उनके बैट से 5 शतक और 11 फिफ्टी आईं। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट भी 73.63 का रहा। 33 में से 25 टेस्ट पंत ने विदेश में खेले। वहीं, 8 ही टेस्ट उन्होंने घर में खेले। घर में खेले टेस्ट में उन्होंने 6 फिफ्टी और एक शतक लगाया।
2022 के टेस्ट में 61.81 का औसत
इस साल ऋषभ पंत ने भारत के लिए 7 टेस्ट खेले। 2 अपने घर और 5 विदेश में। इस दौरान उन्होंने 61.81 की औसत से 680 रन बनाए। इनमें 2 शतक और 4 फिफ्टी आईं। उनके दोनों ही शतक इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका जैसे देशों में आए। जहां दुनियाभर के बल्लेबाजों से रन नहीं निकलते। वो पिछले 2 साल से टेस्ट के पीक फॉर्म में हैं। वह इस दौरान क्रिकेट के सबसे चैलेंजिंग फॉर्मेट में टीम इंडिया के बेस्ट बैटर भी साबित हुए हैं।
भारत के बाहर जमाए हैं 4 शतक
विदेश में खेले 25 टेस्ट में पंत का फॉर्म शानदार रहा। उन्होंने 38.85 के औसत से 1632 रन बनाए। इस दौरान उनके बैट से 4 शतक और 5 फिफ्टी आईं। उनका स्ट्राइक रेट भी इस दौरान 68.25 का रहा। उनके चार में से 2 शतक इंग्लैंड के खिलाफ इंग्लैंड में आए। वहीं, 2 शतक उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका जैसे देशों में मुश्किल परिस्थितियों में लगाए।