जिले में पीएम आवास ग्रामीण के प्रति हितग्राहियों का विश्वास बढ़ा है। इसका सीधा कारण है 7000 हितग्राहियों के खातों में राशि हस्तांतरित होना और काम पूर्ण करा चुके हितग्राहियों में लगातार राशि जारी होना। जिला प्रशासन निरंतर ग्रामों का सेक्टर तैयार करते हुए, चौपाल के माध्यम से हितग्राहियों का उन्मुखीकरण किया जा रहा है। ताकि हितग्राही किसी के बहकावे में आए बिना, स्वयं आवास का निर्माण कराए और किसी प्रकार से भी राशि का दुरुपयोग ना हो।
जिला कलेक्टर सुश्री इफ़्फत आरा के निर्देशन व जिला सीईओ सुश्री लीना कोसम के मार्गदर्शन तथा जिला व जनपद पंचायत के सभी अधिकारी-कर्मचारी प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के बेहतर क्रियान्वयन के लिए निरंतर हर संभव प्रयास कर रहे है। हितग्राहियों के खातों में राशि हस्तांतरित करने के उपरांत, राशि का सही जगह उपयोग हो अर्थात राशि से आवास का ही निर्माण हो, इसके लिए सतत मॉनिटरिंग आवास चौपाल के माध्यम से हितग्रहीवार की जा रही है। हितग्राही प्रेरित होकर प्राप्त राशि से निर्माण करा भी रहे है और अगली किस्त की राशि भी प्राप्त करते जा रहे है।
इसी तारतम्य में आज भैयाथान जनपद के ग्राम पंचायत बड़सरा, ओडगी जनपद के ग्राम पंचायत रामपुर, प्रतापपुर जनपद के ग्राम पंचायत दवनकरा, प्रेमनगर जनपद के ग्राम पंचायत अनंतपुर, सूरजपुर जनपद के ग्राम पंचायत लटोरी और रामानुजनगर जनपद के ग्राम पंचायत सेंदुरी को सेक्टर बना कर चौपाल आयोजित किया गया।
उपरोक्त चौपाल में हितग्राहियों की समस्याओं को भी योजना के अधिकारी/कर्मचारी द्वारा सुनी जा रही है और चौपाल में ही उसका निराकरण कर रही है। उन्हे आवास निर्माण के लिए प्रेरित करने के साथ साथ निर्माण ना कराने पर होने वाले कार्यवाही से भी अवगत कराया जा रहा है। वर्तमान में जनपद पंचायतों तथा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय से समन्वय कर 309 हितग्राहियों का आरआरसी पंजीबद्ध किया गया है। चौपाल में विभिन्न प्रकार की समस्याएं जैसे मृत पश्चात उत्तराधिकारी चिन्हांकन, तकनीकी जानकारियां, राशि प्राप्त होने की सूचना जैसे इत्यादि प्रकार की जानकारी दी जा रही है। जिससे हितग्राही प्राप्त राशि से आवास निर्माण करा रहें है। इसके लिए जिले से जिला समन्वयक को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत के कुशल मार्गदर्शन और उनकी उपस्तिथि में विधिवत कार्यक्रम आयोजित हो रहें है साथ ही कार्यों की समीक्षा भी संबंधित सचिव व रोजगार सहायक से की जा रही है। उक्त चौपालों में योजनान्तर्गत पदस्थ सभी विकासखंड समन्वयक, सभी तकनीकी सहायक, संबंधित ग्राम पंचायतों के सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक सक्रिय रहें। बड़ी संख्या में हितग्राही व ग्रामीणजन चौपाल में शामिल हुए।