मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड द्वारा विभिन्न निधियों की राशि का उपयोग विकास कार्यों में किया जाए। मंडी बोर्ड द्वारा पूर्व में बनाई गई सड़कों का संधारण प्राथमिकता के साथ और तेजी हो। मुख्यमंत्री श्री चौहान मंत्रालय में मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मंडी अधो-संरचना विकास निधि से कार्यों की स्वीकृति की प्रक्रिया तेज की जाए। कृषि अनुसंधान निधि से कृषि विश्वविद्यालयों में बीज एवं परीक्षण तथा कृषि उपज मंडी समितियों में मिट्टी के परीक्षण की सुविधा के लिए प्रयोगशालाओं की स्थापना की जाए। उन्होंने कहा कि बीज उत्पादन और उद्यानिकी फसलों की नई प्रजातियों की रोपण सामग्रियों का और परीक्षण की सुविधा के लिए अधो-संरचनाओं का निर्माण किया जाये।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि निधि से निर्माण कार्यों की स्वीकृति की प्रक्रिया नियमानुसार की जाए। बोर्ड द्वारा मंडी निधि से 1 हजार 107 किलोमीटर सड़क अभी तक बनाई गई है, जिसमें से 210 किलोमीटर सड़क एमपीआरआरडीए को हस्तांतरित की गई है। शेष 698 किलोमीटर सड़क एमपीआरआरडीए को अंतरित किए जाने का कार्य शीघ्रता से करें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बोर्ड की विभिन्न निधियों की जानकारी प्राप्त की। इसमें किसान सड़क निधि, आरआरडीए की अंश राशि, मंडी बोर्ड की अंश राशि आदि शामिल हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गौ-संवर्धन निधि, मुख्यमंत्री कृषक जीवन कल्याण निधि, प्रचार-प्रसार एवं कृषक सम्मेलन निधि सहित विभिन्न निधियों का उपयोग समय-सीमा में सुनिश्चित कर लिया जाए।