राजकोट: भारतीय क्रिकेट टीम ने न्यू ईयर का शानदार आगाज किया है। साल 2023 की अपनी पहली सीरीज जीत ली है। श्रीलंका को फाइनल टी-20 में हराया। हार्दिक पंड्या ने अपनी कप्तानी में लगातार तीसरी श्रृंखला जीती। मगर इस जीत में भी कुछ कमियां उजागर हुईं। रोहित, विराट, राहुल, बुमराह सरीखे अनुभवी प्लेयर्स की गैरमौजूदगी में टीम युवाओं से सजी थी। खासतौर पर बोलर्स, अर्शदीप सिंह, उमरान मलिक, शिवम मावी इन्होंने ओवरऑल मिला-जुला प्रदर्शन किया। मगर मुफ्त में रन देने की बड़ी कमजोरी भी उभरकर सामने आई। 13 रन एक्स्ट्रा लुटा दिए गए, जिसमें 11 वाइड थीं।
दूसरे टी-20 में भी लुटाए थे 12 रन
पुणे में खेले गए पिछले मैच में भी यही परेशानी देखने को मिली थी, वहां 12 रन अतिरिक्त चले गए थे। अर्शदीप सिंह ने तो नो बॉल फेंकने का शर्मनाक रिकॉर्ड बना दिया था। राजकोट में भी भले ही उन्होंने नो बॉल नहीं फेंकी, लेकिन 4 वाइड डाली। उमरान मलिक, हार्दिक पंड्या ने भी स्टंप्स के बाहर गेंदें डाली। श्रीलंका के 137 में से 13 रन तो फ्री में दिए गए थे। लगातार तीन नो-बॉल फेंककर आलोचकों के निशाने पर आए अर्शदीप सिंह (3/20) ने इस मैच में उसकी भरपाई कर दी। उन्होंने ओपनर पाथुम निसंका सहित पिछले मैच के हीरो रहे कप्तान दासुन शनाका को अपना शिकार बनाया।
वनडे सीरीज में दूर हो जाएगी दिक्कत
जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, कुलदीप यादव सरीखे अनुभवी गेंदबाजों के बाद ये दिक्कत शायद न आए, लेकिन युवाओं को जल्द से जल्द हालातों में ढलना होगा। मैच की बात करें तो लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका ने पहले विकेट के लिए 4.5 ओवर में 44 रन की साझेदारी कर सधी शुरुआत की। अक्षर पटेल ने कुसल मेंडिस को आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा। इसके बाद पिछले मैच में इस बीच युजवेंद्र चहल ने टी-20 इंटरनेशनल में सबसे ज्यादा विकेट (90) लेने के भुवनेश्वर कुमार के भारतीय रिकॉर्ड की बराबरी की। 229 रन के लक्ष्य के जवाब में श्रीलंका 16.4 ओवर में सिर्फ 137 रन ही बना पाया।