कमजोर हो सकता है शेयर बाजार
नियर टर्म एफपीआई एक्टिविटी में यह एक महत्वपूर्ण ट्रेंड है। यह सिलसिला जारी रहा तो भारतीय बाजार (Indian Stock Market) और कमजोर हो सकता है। हालांकि, बिक्री अंधाधुंध नहीं होगी। दिसंबर 2022 में एफपीआई ने कैपिटल गुड्स, एफएमसीजी और फाइनेंशियल सर्विसेज में खरीदारी की थी। बिक्री मुख्य रूप से आईटी सेक्टर में थी।
मुनाफावसूली कर रहे एफपीआई
एफआईआई उन शेयरों को बेचेंगे जिनमें वे मुनाफे पर बैठे हैं। जैसे बैंकिंग सेगमेंट। यह सेगमेंट मजबूत बना हुआ है। पिछले साल भी एफआईआई द्वारा बैंकों में बिकवाली घरेलू निवेशकों के लिए अवसर साबित हुई थी। वैश्विक स्तर पर अच्छी आर्थिक खबरों के घरेलू बाजारों के लिए बुरी खबर बनने की घटना निकट भविष्य में जारी रह सकती है। यूएस के लेटेस्ट डेटा से पता चलता है कि रोजगार सृजन बढ़ रहा है और बेरोजगारी के दावों में कमी आ रही है।