नई दिल्ली: जेरोधा आज देश की सबसे बड़ी ऑनलाइन ब्रोकरेज कंपनियों में से एक है। Zerodha का नेट प्रॉफिट फाइनेंशियल ईयर 2022 में दोगुना बढ़ गया है। कंपनी का प्रॉफिट दोगुना बढ़कर 2,094 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। जेरोधा के ऑपरेटिंग रेवेन्यू में 80 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त हुई है। यही वजह है कि मुनाफे में उछाल देखने को मिल रहा है। इस मुनाफे ने कंपनी को भारत में सबसे अधिक प्रॉफिटेबल न्यू एज की टेक्नोलॉजी कंपनियों में से एक बना दिया। कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय (MCA) में कंपनी की रेगुलेटरी फाइलिंग के मुताबिक, जेरोधा (Zerodha) ने FY22 में 2,094 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट कमाया है। ये FY21 में 1,122 करोड़ रुपये से 87 प्रतिशत ज्यादा है। मौजूदा समय में कंपनी का रेवेन्यू भी बढ़कर 4964 करोड़ रुपये पहुंच गया है, लेकिन क्या आप जानते हैं आज करोड़ों का रेवेन्यू कमाने वाली जेरोधा की शुरुआत कैसे हुई थी? किस तरह से कंपनी आज इतना मुनाफा कमा रही है।
कभी कॉल सेंटर में आठ हजार रुपये की नौकरी करते थे निखिल
एक समय ऐसा था जब जेरोधा (Zerodha) के को- फाउंडर निखिल कामत (Nikhil Kamath) कॉल सेंटर में आठ हजार रुपये महीने की नौकरी किया करते थे। उस समय निखिल 17 साल के थे। यह उनकी पहली नौकरी थी। निखिल ने अपनी इसी सैलरी के साथ स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग शुरू की थी। हालांकि शुरुआत के एक साल में उन्होंने स्टॉक मार्केट को गंभीरता से नहीं लिया था। हालांकि बाद में उन्हें यह बात समझ में आ गई कि इससे अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है।
इस तरह जेरोधा की हुई शुरुआत
बेंगलुरू स्थित ब्रोकरेज कंपनी जिरोधा को नितिन कामत ने अगस्त, 2010 में अपने भाई निखिल कामत के साथ मिलकर शुरू किया था। नितिन कामत ने अपने भाई निखिल कामत के साथ मिलकर अपने खुद के फंड पर बिना कोई कर्ज लिए स्टार्टअप शुरू किया था। बता दें कि जेरोधा ऐप के जरिये स्टॉक्स, करेंसी, कमोडिटी, म्यूचुअल फंड्स, बॉन्ड्स में ट्रेड किया जा सकता है।
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