चित्रकूट। मऊ विकासखण्ड के ग्राम पंचायत परदवां मे प्रधान और तकनीकी सहायक का बडा खेल सामने आया है। दो महीने पहले चार्ज लेने गये सचिव घनश्याम शुक्ला को हटाने के लिये तरह-तरह के आरोप लगाकर परेशान किया जा रहा है। सचिव ने खण्ड विकास अधिकारी को पत्र देकर तकनीकी सहायक और प्रधान पर कार्रवाई की मांग की है।
खण्ड विकास अधिकारी मऊ को लिखे पत्र मे ग्राम पंचायत परदवां सचिव घनश्याम शुक्ला ने बताया कि उसकी नियुक्ति दो माह पहले परदवां गांव मे हुई है। मनरेगा योजना अंतर्गत परदवां मे कीर्तन पुत्र सालिक के खेत मे समतलीकरण का कार्य प्रधान द्वारा कराया जा रहा था जिसका मास्टर रोल संख्या 6901 से 6905 तक है रकम 1,65900 भरकर 10 सितंबर को उनके समक्ष भुगतान के लिये प्रेषित किया गया तकनीकी सहायक राजेश शुक्ला ने उक्त रकम की एमबी की 11 सितंबर को अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा के साथ सचिव ने जाकर देखा तो मौके पर कोई कार्य नही हुआ पाया गया। उक्त स्थल मे पहले से ही मेड बनी थी और खेत समतल था वर्तमान मे कोई खंती एवं समतलीकरण का कार्य नही पाया गया स्थल पर हरी घास उगी हुई थी जीपीएस फोटोग्राफ संलग्न थे तकनीकी सहायक राजेश शुक्ला ने बिना मौके पर मापन कर स्थलीय निरीक्षण किये एमबी कर दी। जब चर्चा आज की टीम संपर्क किया गया तो कहा गया तो खण्ड विकास मऊ मे इसी तरह कार्य किया जाता है और दबाव बनाया कि तुम्हे हस्ताक्षर करना होगा इसके अतिरिक्त ग्राम प्रधान आनन्द द्विवेदी एवं उनका छोटा भाई लालमनी सचिव के ऊपर मास्टर रोल मे हस्ताक्षर के लिये दबाव बनाया जा रहा है और धमकी दी कि हस्ताक्षर करो वर्ना ठीक नही होगा। पुलिस कानून सब मैं देख लूंगा। सचिव ने आरोप लगाया कि उपरोक्त लोग उनके खिलाफ मीडिया मे भ्रामक प्रचार कराया अभी भी धमकी दे रहे है। उन्होने खण्ड विकास अधिकारी से कार्यवाही की मांग की है। इसके साथ-साथ जी अखबार ने उनके खिलाफ ऐसे भ्रामक खबरों का प्रकाशन किया है वह पत्रकार लगातार यही कृत करते हुई सचिव एवं अधिकारियों को परेशान करने का कार्य करते हैं और सचिव के ऊपर दबाव बनाकर यह लोग लगातार मऊ में तमाम प्रधान एवं कुछ अधिकारी ऐसे कार्य करवाते रहते हैं