अनोखी शादी, बेड पर पड़ा मरीज बना दूल्हा, बेड बना शादी का मंडप,मरीज बने गवाह.
लड़की के घर वालों ने शादी से इनकार किया तो खा लिया कीटनाशक पदार्थ.
सोनभद्र. शादी विवाह का लग्न इस समय बहुत तेज चल रहा है. शादी का मंडप घर के आंगन में बने या मंदिर में या फिर अस्पताल में. विवाह करनी है तो करनी है. ऐसा ही एक मामला धनबाद झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल (SNMMCH) का है. यहां एक प्रेमी जोड़े ने अस्पताल के बेड पर ही शादी रचाकर सभी को हैरान कर दिया है. यहां बेड पर पड़ा मरीज दूल्हा बना. अस्पताल का बेड शादी का मंडप बन गया और मरीज इसके गवाह बने. प्रेमी ने अस्पताल में इलाज के दौरान ही अपने प्रेमिका के मांग में सिंदूर भरा और स्लाइन लगे हाथ से मंगलसूत्र पहनाया. दोनों नहीं अस्पताल में जीने -मरने की कसमें खाईं. इस अनोखी शादी की चर्चा खूब चल रही है. दरअसल निरसा झारखंड के कुमारडूबी के रहने वाले आलोक वर्मा का नेहा नाम की लड़की के साथ 2 साल से प्रेम -प्रसंग चल रहा था. दोनों एक दूसरे से शादी करना चाहते थे. हालांकि लेकिन नेहा के परिवार वालों को यह रिश्ता पसंद नहीं था. प्रेमिका के घर वाले लड़के को अपना दामाद नहीं बनना चाहते थे. यह बात प्रेमी को रास न आई. वह दुखी रहने लगा. आलोक ने नेहा को मनाने की काफी कोशिश की, लेकिन वह राजी नहीं हुई. इसी के बाद आलोक ने जहर खा लिया. परिजनों को पता चला तो घर में कोहराम मच गया. आनन- फानन में परिजन आलोक को लेकर शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे और भर्ती कराया. किसी तरह युवक की जान बच गई. आलोक के दोस्तों ने नेहा को इस घटना की जानकारी दे दी. इस घटना की खबर सुनकर वह परेशान हो गई. इसके बाद रोते -भागते हुए अस्पताल पहुंची. नेहा के परिवार वालों ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानी. अस्पताल में दोनों एक दूसरे से लिपटकर रो पड़े. इस दौरान आलोक के दोस्तों ने आलोक की प्रेमिका के लिए शादी का जोड़ा, मंगलसूत्र और अन्य सभी चीजों की व्यवस्था की. इसके बाद अस्पताल के बेड पर ही स्लाइन लगे हाथों से प्रेमी आलोक ने प्रेमिका नेहा की मांग में सिंदूर भरा और मंगलसूत्र पहनाया. अस्पताल के मरीज इस शादी के गवाह बने, जिसमें बेड शादी का मंडप बना. इस दौरान आलोक और नेहा ने कहा कि वे दोनों बालिग हैं और अपनी मर्जी से शादी की है. नेहा ने साथ ही कहा कि आलोक अब उसके पति हैं और उन्हें किसी तरह का नुकसान पहुंचाया जाता है तो इसके लिए मेरे घरवाले ही जिम्मेवार होंगे. आलोक ने कहा कि नेहा अब उसकी पत्नी है और उसका सुख-दुख मेरा है. अस्पताल में शादी के दौरान आलोक के परिवार की कुछ महिलाएं भी मौजूद थीं. प्रेमी युवक आलोक वर्मा ने बताया कि वह दोनों पिछले दो साल से एक दूसरे से दोस्ताना थी. लड़की के घर वालों ने शादी करवाने से मना किया तो कीटनाशक पदार्थ खाकर अपने जीवन -लीला समाप्त करने की कोशिश की. इसके बाद लोगों ने अस्पताल में भर्ती कराया. इससे उसकी जान बच गई. शादी के बाद आलोक और नेहा ने अपने परिजनों से जान बचाने के लिए प्रशासन से गुहार लगाई है. ऐसी शादी 2006 में फिल्म विवाह में नायक शाहिद कपूर बारात लेकर अस्पताल पहुंचे थे. दोनों की शादी अस्पताल के बेड पर ही हो जाती है. इस सीन ने फिल्म को तो खूब लोकप्रियता दिलाई, लेकिन इसके साथ ही ऐसी प्रेम कहानी को देखकर हर कोई अभिभूत हो गया था. अब ऐसा ही नजारा झारखंड की कोयला नगरी धनबाद में देखने को मिला है.





