संभल। ऐंचोड़ा कम्बोह थाना क्षेत्र के गांव में तांत्रिक से प्रेम संबंध का पति ने विरोध किया तो पत्नी ने तांत्रिक व उसके साथी के साथ मिलकर पति की हत्या करा दी। ग्रामीण को शराब पिलाने के बाद फावड़े से उसकी हत्या कर शव गन्ने के खेत में दबा दिया गया। पुलिस ने पत्नी के साथ ही तांत्रिक व उसके साथी को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर गन्ने के खेत से ग्रामीण का शव भी बरामद कर लिया।
थाना क्षेत्र के सलेमपुर सलार उर्फ हाजीपुर गांव निवासी 35 वर्षीय कमल सिंह 2 सितम्बर को लापता हुआ तो भाई वीर सिंह ने 3 सितम्बर को ऐंचोड़ा कम्बोह थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। काफी तलाशने के बाद भी कमल सिंह का पता नहीं चला तो पुलिस ने गहराई से जांच शुरू की। थाना प्रभारी ललित शर्मा ने बताया कि असमोली थाना क्षेत्र के गांव मालपुर उर्फ मलूपुरा निवासी तांत्रिक हरनाम उर्फ भगत के साथ कमल सिंह की पत्नी राजो के संबंध की बात सामने आई तो पुलिस ने तांत्रिक हरनाम को हिरासत में लेकर पूछताछ की। हरनाम ने पहले खुद को बेकसूर बताया।
इसके बाद कमल सिंह की हत्या की बात कबूली मगर शव को शमशान में चला देने की बात बताता रहा। पुलिस ने उसकी कहानी पर विश्वास करने के बजाय कड़ाई से पूछताछ की तो तांत्रिक हरनाम भगत ने मालपुर गांव के जंगल में गोपाल के गन्ने के खेत में जमीन के नीचे दबा कमल का शव बरामद करा दिया। थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस ने हत्या के आरोप में तांत्रिक हरनाम भगत के साथ ही उसके साथी अजेंद्र व कमल की पत्नी राजो को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त फावड़ा व अन्य सामान बरामद कर लिया।
पत्नी ने बहाने से भेजा और तांत्रिक ने हत्या कर जमीन में दबा दी लाश
संभल। कमल सिंह की पत्नी राजो के तांत्रिक हरनाम भगत के साथ प्रेम संबंध में बाधक बन रहा था। पति ने तांत्रिक के पास आने जाने पर रोक लगाई तो राजो ने तांत्रिक के साथ मिलकर पति की हत्या का प्लान बनाया।
थाना प्रभारी ऐंचोड़ा कम्बोह ललित शर्मा ने बताया कि राजो ने पति से कहा कि वह खुद तांत्रिक हरनाम भगत के पास जाकर झाड़ फूंक करा लें,ऐसा करने से घर की बाधाएं दूर हो जायेंगी। पति कमल सिंह ने पहले तो इंकार किया लेकिन पत्नी ने जिद की तो तांत्रिक हरनाम भगत से झाड़ फूंक कराने के लिए वह मालपुर गांव चला गया। तांत्रिक हरनाम भगत कमल सिंह को जंगल में ले गया। वहीं पर हरनाम का साथी अजेंद्र भी आ गया। फिर सभी ने मिलकर शराब पी। इसके बाद तांत्रिक हरनाम व उसके साथी अजेंद्र ने फावड़े से वार कर कमल सिंह की हत्या कर दी। इसके बाद दोनों कमल सिंह के शव को घसीटकर गोपाल के गन्ने के खेत में ले गये। वहां जमीन खोदकर शव को दबा दिया गया।
शव जलाने की कहानी सुनाकर पुलिस को खूब छकाया
संभल। पुलिस ने तांत्रिक हरनाम भगत को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने कमल सिंह की हत्या का जुर्म कबूलने में ज्यादा समय नहीं लगाया। हत्या की बात कबूलते हुए हरनाम भगत ने कहा कि उसने हत्या करने के बाद कमल सिंह का शव शमशान में जला दिया। कमल सिंह ने बताया कि उसने मुरादाबाद के मझोला में गांगन नदी के किनारे कमल सिंह का शव जलाया है। पुलिस ने पूछा कि लकड़ी कहां से लाया था तो बताया पास ही टाल से लकड़ी ली थी। यहां झूठ पकड़ा गया तो पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की। इसके बाद हरनाम भगत ने खेत से कमल सिंह की लाश बरामद कराई।