फर्जी जन्म प्रमाणपत्र केस में सपा नेता आजम खान, पत्नी तंजीम फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम (Abdullah Azam Khan) को 7 साल कैद की सजा सुनाई गई है. बीते दिन आजम खान और अब्दुल्ला आजम को रामपुर जेल से हटाकर दूसरी जेलों में शिफ्ट किया गया. आजम को सीतापुर तो अब्दुल्ला को हरदोई जिला जेल भेजा गया. जहां, आज हरदोई जेल में अब्दुल्ला से मिलने उनके मौसा-मौसी पहुंचे.
दरअसल, हरदोई के बिलग्राम में आजम खान की ससुराल और अब्दुल्ला आजम का ननिहाल है. वहीं, हरदोई शहर में अब्दुल्ला की मौसी का भी घर है. सोमवार (23 अक्टूबर) को हरदोई जेल में अब्दुल्ला से मुलाकात करने उनके मौसा और मौसी पहुंचे. दोनों काफी देर तक जेल के अंदर रहे.
बताया जा रहा है कि रिश्तेदारों के अलावा अब्दुल्ला आजम से मिलने के लिए सपा के स्थानीय नेता और कार्यकर्ता भी पहुंचे थे. लेकिन जेल मैनुअल का हवाला देकर जेल अधीक्षक ने बाकियों को रोक दिया. केवल अब्दुल्ला आजम के मौसी और मौसा को ही अंदर जाने की इजाजत दी गई.
मालूम हो कि अब्दुल्ला आजम ने मुलाकात करने के लिए अपने करीबी परिजनों से 10 लोगों की लिस्ट दी है. इस लिस्ट का हवाला देकर जेल प्रशासन ने सपा नेताओं को मिलने से रोक दिया. अब्दुल्ला की मौसी अपने पति जियाउल रहमान के साथ जेल जिला पहुंची थीं.
‘बस खांसी है, बाकी स्वास्थ्य ठीक’
वो अपने साथ जेल में एक कंबल और कुछ दूसरे जरूरी सामान लेकर पहुंचे थे. उनकी अब्दुल्ला आजम से करीब 25 मिनट तक मुलाकात चली. इसके बाद वो जेल के बाहर आए. बाहर आने पर मीडिया के सवालों पर उन्होंने बस इतना कहा कि अब्दुल्ला आजम को खांसी आ रही है. बाकी स्वास्थ्य ठीक है. अब्दुल्ला की मौसी बताया कि उन्होंने जेल में अब्दुल्ला ने उनसे कहा कि बुरा वक्त चल रहा है एक दिन कट जाएगा.