आभास महासंघ चित्रकूट के जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार सनेही ने बताया कि बीते दिनों ग्राम पंचायत छीर का पुरवा थाना नयागांव जिला सतना का एक (अनुसूचित जाति चमार) लड़का किसी कारण से घरवालों से नाराज होकर रेलवे स्टेशन चित्रकूट धाम कर्वी पर चला आया था ।
जिसको ढूंढने के लिए उसके दो चचेरे भाई रेलवे स्टेशन कर्वी पहुंचे, काफी खोजबीन की लेकिन वह लड़का नहीं मिला, कुछ समय बाद जीआरपी इंस्पेक्टर त्रिपुरेश कौशिक व उसके 4-5 कर्मचारी मिले, और इन दोनों से पूछने लगे कि यहां क्या कर रहे हो दोनों ने बताया कि हमारा भाई कहीं खो गया है तो हम रेलवे स्टेशन खोजने आए हैं,
इंस्पेक्टर बोला कि रेलवे स्टेशन घूमने में रेलवे स्टेशन का टिकट लगता है तो दोनों ने जवाब दिया कि हमारे पास टिकट नहीं है और हमें जानकारी नहीं है कि स्टेशन घूमने पर भी टिकट कटाया जाता है, इतने में ही जीआरपी इंस्पेक्टर त्रिपुरेश कौशिक उन दोनों को जीआरपी थाना ले गया, संयोग से वह लड़का जिसको उपरोक्त लोग खोजने गये थे, वह भी जीआरपी पुलिस के कस्टडी में था,
जीआरपी थाना पहुंचने के बाद इंस्पेक्टर द्वारा उनसे पूछा गया कि तुम किस जाति के हो उन लोगों ने कहा कि साहब हम चमार जाति के हैं, फिर क्या हुआ जाति का नाम सुनते ही जातिवादी मानसिकता वाला जीआरपी इंस्पेक्टर का धर्म नष्ट हो गया, वह उन दोनों को छूते ही अछूत हो गया, जाति सुनते ही आगबबूला हो, गुस्से से उन दोनों को जाति सूचक व बुरी बुरी मां बहन की गलियां देने लगा, तीनों लोग हाथ पैर जोड़कर विनती करते हुए कह रहे थे कि साहब हमें छोड़ दीजिए लेकिन साहब को रोज की तरह बिना टिकट के घूमने वाले लोगों से घूस लेने की आदत थी, और उन तीनों से ₹2000 रूपए मांगने लगा उन तीनों के पास मात्र 1200 ₹ थे और दे दिए, 800 सौ रूपए न होने के कारण जातिवादी जीआरपी इंस्पेक्टर व उसके सहयोगियों द्वारा उन तीनों लोगों को बेरहमी से मारा गया, एक को तो इतना तेज मारा गया है कि मरते-मरते उसका पिछवाड़ा लाल कर दिया गया है और कान का पर्दा फाड़ दिया गया है,जिसकी बहुत गंभीर हालत है,घर वालों को जानकारी मिलते ही पीड़ित परिवार सहित थाना कोतवाली कर्वी में उक्त घटना की जानकारी दी लेकिन वहां के कोतवाल अजीत कुमार पांडेय द्वारा भी मामले को सुलह समझौता करवाने के लिए दबाव बनाया गया,इसके बाद पीड़ित लोग पुलिस अधीक्षक चित्रकूट पहुंचे लेकिन उनसे मुलाकात न होने के कारण आज भी पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिल रहा है।।
पीड़ित व्यक्तियों का ईलाज जिला अस्पताल कर्वी में चल रहा है।
संगठन के जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार सनेही ने ज्ञापन देते हुए कहा कि पीड़ित व्यक्ति को किसी प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराकर, जातिवादी मानसिकता वाले जीआरपी इंस्पेक्टर त्रिपुरेश कौशिक व मामले में संलिप्त सभी कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर, जेल भेजकर बर्खास्त किया जाए, और
अगर पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय नहीं मिला तो आभास महासंघ चित्रकूट युनिट पीड़ित परिवार को साथ में लेकर एक बड़ा आंदोलन करेगा, जिसका जिम्मेदार शासन प्रशासन होगा।
इस मौके पर संगठन के जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार सनेही , सीएल भारती जिला महासचिव, राहुल कुमार , राजेंद्र प्रसाद, संजय कुमार गौतम,राजकिशोर, रोहित सिंह पटेल रामहित सेवा समिति, आदित्य कुमार सिंह विनय कुमार पाल एडवोकेट हाईकोर्ट, मिथलेश वर्मा, प्रभाकर, कृष्ण गोपाल, प्रकाश वर्मा ,मीरा भारती, मोहित पटेल आदि दो लोग मौजूद रहे
दिनेश कुमार सनेही जिलाध्यक्ष आभास महासंघ चित्रकूट