गैंगस्टर संजीव जीवा हत्याकांड मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है. दरअसल, वजीरगंज पुलिस ने इस मामले में चार्जशीट फाइल की है. इसके मुताबिक, बदन सिंह बद्दो ने सुपारी देकर संजीव जीवा की हत्या कराई थी. बद्दो ने शूटर विजय यादव को इसके लिए 50 लाख रुपये का लालच दिया था. पैसे के लालच में विजय यादव ने संजीव जीवा की हत्या की. बता दें कि पिछले दिनों बीजेपी नेता ब्रह्म दत्त हत्याकांड के आरोपी संजीव जीवा की लखनऊ सिविल कोर्ट में पेशी के दौरान गोली मारकर हत्या की गई थी.
फायरिंग से कोर्ट कैंपस में मौजूद डेढ़ साल की बच्ची लक्ष्मी भी घायल हो गई थी. इसके अलावा कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे. चार्जशीट के मुताबिक, बदन सिंह बद्दो ने पुरानी रंजिश में संजीव जीवा की कोर्ट में हत्या करवाई थी. बदन सिंह बद्दो यूपी के टॉप अपराधियों की सूची में शामिल है. इस
वकील की ड्रेस में आया था हत्यारा विजय
बता दें कि हत्यारा विजय यादव कोर्ट परिसर के भीतर वकील की ड्रेस में आया था. वह करीब 3 बजकर 50 मिनट में कोर्ट परिसर में दाखिल हुआ. इसके बाद उसने 3 बजकर 55 मिनट पर जीवा को गोली मार दी. यानी पांच मिनट में गैंगस्टर का काम तमाम कर दिया. चार्जशीट के मुताबिक बदन सिंह बद्दो ने शूटर विजय यादव से नेपाल में मुलाकात की थी. इस केस में बद्दो को भी आरोपी बनाया गया है.
संजीव जीवा की क्राइम हिस्ट्री
संजीव जीवा का पूरा नाम संजीव माहेश्वरी है. वह मुजफ्फरनगर का रहने वाला था. पश्चिमी यूपी में उसे कुख्यात अपराधी जाना जाता है. 90 के दशक में अपराध की दुनिया में कदम रखने वाला जीवा के खिलाफ यूपी और उत्तराखंड में अकेले 23 मामले दर्ज थे. मुजफ्फरनगर, शामली, गाजीपुर, फरुखाबाद और हरिद्धार में हत्या, लूट, डकैती, अपहरण, रंगदारी और जालसाजी के मामले दर्ज किए गए थे.
संजीव के अपराध का साम्राज्य काफी बड़ा था. इसके गैंग में 36 लोग काम करते थे. जीवा मुन्ना बजरंगी का भी करीबी रहा. उसने अपने आपराधिक कैरियर की शुरुआत किडनैपिंग से की थी.