पूर्ति निरीक्षक की तहरीर पर वार्ड पार्षद पर एफआईआर दर्ज
ललितपुर। आयुष्मान कार्ड का लाभ लेने के लिए पूर्ति विभाग के अधिकारियों पर अन्त्योदय कार्ड बनाने के लिए दबाव बनाने और गाली-गलौज कर सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाया गया है। प्रकरण को लेकर डीएम के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने वार्ड पार्षद पर एफआईआर दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है। पूर्ति निरीक्षक सुनील कुमार ने पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया कि विगत पांच फरवरी को सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे वार्ड संख्या 15 के पार्षद मनमोहन चौबे कार्यालय में आये और कार्डधारक के पुत्र अभिषेक शुक्ला का आवेदन पत्र पूर्ति अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत कर विमला पत्नी दिनेश कुमार का पात्र गृहस्थी राशन कार्ड में अंकित यूनिट सात निरस्त करते हुये अन्त्योदय राशन कार्ड तत्काल जारी करने के लिए कहने लगे। लेकिन पूर्ति अधिकारी ने पार्षद से कहा कि कुछ दिन पूर्व आप इसी कार्ड को यूनिट/सदस्य जोडऩे के लिए ऑनलाइन आवेदन दिया गया था। पार्षद ने बताया कि उक्त व्यक्ति का उपचार भोपाल एम्स में चल रहा है। यूनिट जुड़ जाने पर उन्हें वहां स्वास्थ्य सम्बन्धित रियायत प्राप्त हो जायेगी। बताया कि 6 यूनिट क हाल/वर्तमान कार्ड है, जो संभवत: उन पर भी आयुष्मान कार्ड नहीं बन पा रहा है। पार्षद ने बताया कि भोपाल में इसका लाभ मिल जायेगा। बताया कि इसके पूर्व 28 जनवरी को पूर्ति निरीक्षक द्वारा यूनिट जोड़कर सम्बन्धित को अवगत कराया था। 5 फरवरी को उक्त राशन कार्ड को निरस्त कर तत्काल अन्त्योदय कार्ड जारी करने के लिए पार्षद द्वारा दबाव बनाया गया। जब पूर्ति निरीक्षक सुनील कुमार ने पार्षद को नियम सम्मत और औच्तियता की जानकारी दी तो पार्षद ने आग बबूला होकर शिकायत करने पूर्ति निरीक्षक व पूर्ति लिपिक को निलम्बित कराने की धमकी दी और जितने चाहे उतने कार्ड बनवाने की बात कहते हुये बिना कुछ सुने कार्यालय में अमर्यादित शब्दों का प्रयोग करते हुये दबाव बनाया गया। पूर्ति निरीक्षक ने बताया कि पार्षद के इस रवैये से विभागीय कर्मियों में रोष व भय का माहौल व्याप्त है। पार्षद के खिलाफ की गयी शिकायत को संज्ञान लेकर डीएम ने भी पुलिस कार्यालय को पत्र अग्रेसित किया है। कोतवाली पुलिस ने पूर्ति निरीक्षक की तहरीर पर पार्षद के खिलाफ बीएनएस की धारा 352, 132, 351 (2) के तहत एफआईआर दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी।
लगाये गये सभी आरोप हैं निराधार : पार्षद
वार्ड संख्या 15 के पार्षद मनमोहन चौबे एड. ने दर्ज एफआईआर संख्या 131/2025 के सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक को एक पत्र भेजा है। बताया कि वह अपने वार्ड के निवासी अभिषेक शुक्ला का आवेदन कराने के लिए जिला पूर्ति कार्यालय गया था। जहां पूर्ति निरीक्षक व उनके साथी कर्मचारी द्वारा अनुचित तरीके से धन की मांग की गयी, जिसका विरोध करने और आलाधिकारियों से शिकायत करने की बात कहने पर उक्त लोगों ने उनके साथ गालियां देते हुये जान से मारने की धमकी दी। पार्षद ने बताया कि उन्होंने किसी भी सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न नहीं की है। पूर्ति निरीक्षक ने मनगढ़न्त कहानी बनाकर उनके खिलाफ झूठा प्रकरण दर्ज कराया है। पार्षद ने कहा कि एफआईआर दर्ज होने के बाद अब वह अपने वार्ड की जनता की समस्याओं को उठाने में अक्षम महसूस कर रहे हैं। उन्होंने पूर्ति निरीक्षक पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का गंभीर आरोप लगाते हुये पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराये जाने की मांग उठायी है।




