वाराणसी। थानों और पुलिस चौकियों पर वर्षों से जमे सिपाही और मुख्य आरक्षी हटाए जाएंगे। सिलसिलेवार अपराधों पर अंकुश के लिए वरुणा जोन पुलिस ने रणनीति बनाई है। अफसरों ने पाया कि एक ही थाना और पुलिस चौकी में अरसे से तैनात कर्मियों की बीट पुलिसिंग भी कमजोर है। वरुणा जोन मुख्यालय ने पुलिसकर्मियों की तैनाती का विवरण खंगालना शुरू कर दिया है।
तीन साल से जमे 200 पुलिसकर्मी सूचीबद्ध
अफसरों द्वारा तैयार कराई जा रही सूची के अनुसार अभी तक 200 सिपाहियों व मुख्य आरक्षियों को सूचीबद्ध किया जा चुका है। ये पुलिसकर्मी एक ही थाना और चौकी पर तीन साल से तैनात हैं। नई तैनाती देने से पूर्व यह भी देखा जाएगा कि संबंधित पुलिसकर्मी उस थाना में पूर्व में कभी तैनात तो नहीं रहा है।
आगे दारोगा भी हटाए जाएंगे
तबादले की दूसरी सूची दारोगाओं की आएगी। किस बैच के कौन-कौन दारोगा थाना और पुलिस चौकियों में कितने साल से तैनात हैं, इसे भी देखा जा रहा है। यह पता चला है कि दारोगा कई-कई वर्षों से एक ही जगह तैनात हैं, लेकिन फिर भी अपराधियों पर उनकी पकड़ मजबूत प्रतीत नहीं होती है।
- 11 कुल थाने वरुणा जोन में।
- 39 कुल पुलिस चौकी वरुणा जोन में।
डीसीपी वरुणा जोन, चंद्रकांत मीणा ने बताया- एक थाने पर वर्षों से तैनाती के बावजूद पुलिसकर्मियों से क्राइम कंट्रोल में मदद नहीं मिल पा रही है। मेरा मानना है कि नए लोग जाएंगे तो बेहतर करेंगे। सूची तैयार कराई जा रही है, जिसके बाद तबादले किए जाएंगे।
साली ने जीजा और ग्राम प्रधान पर लगाया मारपीट का आरोप
संवाद सहयोगी, रोहनिया। भदोही की रहने वाली महिला ने अपने जीजा और ग्राम प्रधान समेत अन्य पर मारपीट और हमले का आरोप लगाया है । भदोही की रहने वाली मीना पटेल का आरोप है कि हम अपनी बहन सुनीता पटेल के घर रोहनिया थाना क्षेत्र के बच्छाव गई थी जहां अपनी छोटी बहन संजना को भी साथ ले गई थी ।
मीना पटेल का आरोप है कि सुनीता का पति रोहित अक्सर मारपीट करता है जिसकी शिकायत दोनों बहनों के साथ बातचीत के दौरान ही अपने जीजा रोहित से कर रही थी ।इसी दौरान उसके घर के लोग और बच्छाव के प्रधान तथा कुछ अन्य लोगों ने गाली गलौज देते हुए मारपीट की । जिसमें संजना को ज्यादा चोट आई है । मीना पटेल ने इसकी लिखित तहरीर रोहनिया थाने पर पुलिस को दी है।
चौकी प्रभारी अखरी श्रीराम उपाध्याय ने बताया कि महिला शिकायत करने पहुंची थी जहां पंचायत के दौरान मारपीट हुई है । तहरीर के आधार पर जांच करके मुकदमा दर्ज किया जाएगा।