नई दिल्ली: अडानी ग्रुप (Adani Group) के शेयरों में जब भारी गिरावट आ रही थी तो नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने ग्रुप के तीन शेयरों को शॉर्ट टर्म सर्विलांस फ्रेमवर्क (Short-term surveillance framework) में डाल दिया था। इनमें ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज (Adnai Enterprises) भी शामिल थी। लेकिन अब ग्रुप की तीन कंपनियों को फिर से इस फ्रेमवर्क में डाल दिया गया है। इसकी वजह यह शेयरों में हाल में आई तेजी है। इनमें अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पावर (Adani Power) और अडानी विल्मर (Adani Wilmar) हैं। एनएसई ने एक सर्कुलर में बताया कि इन तीन शेयरों को आज ही इस फ्रेमवर्क में डाल दिया गया है। अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर करीब एक महीने तक इस फ्रेमवर्क में रहा था और एक दिन पहले ही उसे इससे निकाला गया था। एक अन्य सर्कुलर के मुताबिक अडानी ग्रीन एनर्जी (Adni Green Energy) और एनडीटीवी (NDTV) को गुरुवार यानी आज से लॉन्ग टर्म एडिशनल सर्विलांस के स्टेज-1 से स्टेज-2 में डाल दिया गया है।
शेयरों में भारी उतारचढ़ाव के मामलों में एक्सचेंज उन्हें शॉर्ट या लॉन्ग टर्म एडिशनल सर्विलांस फ्रेमवर्क में डाल देते हैं। इनवेस्टर्स को स्पेकुलेटिव ट्रेड्स से बचाने के लिए ऐसा किया जाता है। अडानी ग्रुप के शेयरों बुधवार को लगातार छठे दिन तेजी आई। इससे पहले एक महीने से भी अधिक स मय तक इनमें गिरावट रही थी। लेकिन हाल में कई पॉजिटिव खबरों के कारण ग्रुप के शेयरों में तेजी आई है। पिछले हफ्ते GQG Partners ने ग्रुप की चार कंपनियों में जमकर निवेश किया था। साथ ही ग्रुप ने 7,374 करोड़ रुपये के कर्ज का समय से पहले भुगतान करने की घोषणा की थी। इससे ग्रुप के शेयरों में तेजी आई और उसका मार्केट कैप नौ लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया।
Adani Group Share: तूफानी तेजी के बीच अडानी ग्रुप के पांच शेयर इस लिस्ट से बाहर, जानिए किसको मिली जगह
पांच शेयरों ने छुआ अपर सर्किट
बुधवार को अडानी ग्रुप के सभी शेयरों में तेजी रही। अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर करीब तीन फीसदी तेजी के साथ बंद हुआ जबकि पांच शेयर पांच फीसदी का अपर सर्किट छू गए। इनमें अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी पावर, अडानी विल्मर, अडानी ट्रांसमिशन और अडानी टोटल गैस शामिल हैं। इससे पहले अडानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट के कारण एनएसई ने तीन फरवरी को ग्रुप के तीन शेयरों को सर्विलांस फ्रेमवर्क में डाल दिया था। इनमें अडानी एंटरप्राइजेज, अंबूजा सीमेंट्स और अडानी पोर्ट्स शामिल हैं। अंबूजा सीमेंट्स और अडानी पोर्ट्स को पिछले महीने ही इस फ्रेमवर्क से हटा दिया गया था जबकि अडानी एंटरप्राइजेज को हाल में इससे बाहर किया गया था।