नई दिल्ली:वाडिया समूह (Wadia Group) के स्वामित्व वाली एयरलाइंस गो फर्स्ट (Go First) लगभग दिवालिया होने के कगार पर है। इंजनों की कमी, पैसों की किल्लत के चलते एयरलाइन कंपनी को तीन दिनों के लिए अपनी सभी फ्लाइटों को रद्द करना पड़ा है। एयरलाइन ने कहा कि उनके पास पैसे नहीं है कि वो ऑयल कंपनियों के बकाए को पूरा कर सके। जिसके बाद एयरलाइन ने 3 से 5 मई 2023 तक के लिए अपनी सभी उड़ानों को रद्द कर दिया। इसका सबसे ज्यादा असर अगर किसी पर हो रहा है तो वो बेकसूर यात्री हैं, जिन्होंने गो फर्स्ट एयरलाइन में टिकट बुक करवाई थी।
यात्रियों का छलका दर्द
सस्ती उड़ान सेवा देने वाली एयरलाइन गो फर्स्ट ने इस कदम का असर यात्रियों पर पड़ रहा है। यात्री परेशान है, एयरपोर्ट से घर लौट रहे हैं। जिन लोगों ने टिकट बुक कर रखी थी, उनके पास अब कोई विकल्प नहीं बचा है। या तो वो अपनी यात्रा को कैंसिल करें या फिर दूसरी एयरलाइंस कंपनियों से ऊंची दरों पर टिकट बुक करवाए। लोगों ने अपने प्लान के हिसाब से टिकटों की बुकिंग की थी। किसी को मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए जाना था तो किसी को ऑफिस की मीटिंग में। गो फर्स्ट एयरलाइन के फ्लाइट कैंसिल होने के बाद इन यात्रियों की मुश्किल बढ़ गई है। उनके लिए सफर करना जरूरी है, ऐसे में उन्हें मजबूरी में दूसरी एयरलाइंस में टिकट बुक करवाना पड़ रहा है।
महंगे फ्लाइट टिकट लेने पर मजबूर यात्री
गो फर्स्ट एयरलाइन की उड़ानें रद्द होने के बाद यात्रियों को दूसरी विमान सेवाओं में अपनी टिकट बुक करवानी पड़ रही है। ये सफर उनके लिए काफी महंगा पड़ रहा है। गो फर्स्ट जो सस्ती विमान सेवाओं के लिए जाना जाता है, लोगों ने अपने बजट के हिसाब से उसमें बुकिंग करवाई थी, लेकिन अब गो फर्स्ट का सस्ता उनके लिए काफी महंगा पड़ रहा है। दूसरी विमाीन कंपनियां भी इस मौके पर भुगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। यात्रियों से डेढ़ से 4 गुना तक अधिक किराया वसूला जा रहा है। दूसरी एयरलाइंस कंपनियों ने फ्लाइट टिकटों के रेट बढ़ा दिए हैं। खासकर उन रूट्स पर जहां गो फर्स्ट का दबदबा था।
हमारी क्या गलती थी…
गो फर्स्ट एयरलाइन की उड़ाने रद्द होने के बाद यात्रियों के लिए सफऱ महंगा हो गया है। परेशान यात्री सोशल मीडिया पर अपना दर्द बयां कर रहे हैं। दूसरे फ्लाइट में या तो टिकट नहीं मिल रहा और अगर मिल रहा तो ऊंची कीमतों पर मिल रहा है। गो फर्स्ट के कस्टमर केयर ने लोगों को कोई मदद नहीं मिल रही है। एयरपोर्ट्स पर गो फर्स्ट के कर्मचारी नदारत हैं। संकट के समय दूसरी विमान कंपनियां मदद के बजाए यात्रियों से विमान किराए के तौर पर ऊंची कीमत वसूल रही है। लोगों का कहना है कि इन सबमें उनकी कोई गलती नहीं है, फिर वो क्यों इस परेशानी को झेल रहे हैं। अपने सफर को वो टाल नहीं सकते, इसलिए उन्हें मगंगी दरों पर टिकट लेना पड़ रहा है।