*अपराधियों की फेहरिस्त में शामिल अलीशा अंसारी उन्नाव पुलिस के लिए बनी चर्चा का विषय*
चोर,लुटेरी महिला द्वारा दो आईडी और दो नाम (अलीशा अंसारी और फिरदौस परवीन) काले कोर्ट की आड़ में निर्दोषों पर 376,354,I,P,C के दर्ज कराए झूठे मुकदमे का उदाहरण🤔?*
(1) मुकदमा अपराध,संख्या,201/2021 धारा,354A,323,504,I,P,C का कोतवाली गंगा घाट जनपद उन्नाव से दो सगे नंदोई पर दर्ज कराया
(2) मुकदमा अपराध,संख्या,130/2022,धारा,354A,323,504,506,कोतवाली कानपुर नगर के अधिवक्ता पर दर्ज कराया
(3)मुकदमा अपराध,संख्या,126/2023,धारा,354A,323,504,कोतवाली कानपुर नगर के पत्रकार पर दर्ज कराया
(4)मुकदमा अपराध,संख्या,474/2023,धारा,354A,323,504,506,I,P,C का
कोतवाली गंगा घाट जनपद उन्नाव से पत्रकार पर दर्ज कराया
कई अन्य मुकदमे उन्नाव न्यायलय से सन,2015/2020 के दर्ज कराए गए है
सभी दर्ज मुकदमे में अलीशा अंसारी द्वारा 164 के बयान में बलात्कार किए जाना बताया गया है
दर्ज मुकदमों को वापस लेने के लिए अलीशा अंसारी द्वारा मोटी रकम मांगी गई
*अलीशा अंसारी पर लूट चोरी,अनैतिक व्यापार,307,हत्या के प्रयास के कानपुर नगर व जनपद उन्नाव न्यायालय व थानों से निंलिखित मुकदमे इस प्रकार से दर्ज*
*(1)👉केश,नंबर,2905385/13,कानपुर कोर्ट से पूनम यादव@अलीशा अंसारी*
*(2) 👉मुकदमा अपराध संख्या,137/16,धारा,380,411,i,p,c सोने की चोरी दो माह बंद कानपुर नगर की जेल में थाना जूही कानपुर नगर से दर्ज*
*(3) 👉मुकदमा अपराध संख्या,98/21,धारा,342,504,506,323,452, (354क)307,142,i,p,c थाना रायपुरवा कानपुर नगर से दर्ज*
*(4)👉 केश नंबर,93580/21,धारा,323,504,506,427,i,p,c कानपुर नगर की कोर्ट से दर्ज*
*(5)👉केश, नंबर,9167022/22,धारा,500,323,504,506,i,p,c कानपुर कोर्ट से दर्ज*
*(6)👉 मुकदमा अपराध संख्या,130/22,धारा,392,504,506,509,323,i,p,c कोतवाली कानपुर नगर से दर्ज*
*(7)👉 मुकदमा अपराध संख्या,127/23,धारा,392,323,504,427,i,p,c कोतवाली कानपुर नगर से दर्ज*
*(8)👉 मुकदमा अपराध संख्या,450/23,धारा,504,506 i,p,c कोतवाली गंगा घाट जनपद उन्नाव से दर्ज*
*(9)👉 मुकदमा अपराध संख्य,71/23,धारा,अनैतिक व्यापार में थाना नजीराबाद कानपुर नगर कानपुर नगर से दर्ज*
*10)👉 कानपुर नगर की कोर्ट से,156(3)के दर्ज सन 2023 कार्रवाई शेष*
*(11)👉कानपुर नगर की कोर्ट से,156(3)के दर्ज,सन,2023 को कार्रवाई शेष*
*(12)👉 मुकदमा अपराध संख्या,479/23,धारा,279,323,504,506,394,427, i,p,c कोतवाली गंगा घाट जनपद उन्नाव से दर्ज*
*(13)👉 मुकदमा अपराध संख्या,0915/24,धारा,189(2)131,351(3) कोतवाली सदर उन्नाव से दर्ज*
*कई अन्य मुकदमे कई जनपदों से दर्ज है सूत्रों से*
जांच में सामने आए तथ्य:
1. महिला ने दो आईडी और दो नाम (अलीशा अंसारी और फिरदौस परवीन) का इस्तेमाल किया।
2. फर्जी दस्तावेज़ तैयार कर 2020 में बार काउंसिल प्रयागराज से अधिवक्ता लाइसेंस(UP02898/20) प्राप्त किया।
3 उन्नाव के न्यायालय में फर्जी जमानत कराने में माहिर सूत्र
4, महिला पर दर्ज मुकदमों की संख्या 15 से अधिक है, जिनमें गंभीर धाराएं (IPC 380,411A,307, 392, 500, 509) शामिल हैं।
4. महिला पर आरोप है कि उसने बार काउंसिल और न्यायालय को गुमराह कर झूठे शपथ पत्र दिए।
महिला के संरक्षण का मुद्दा:
सूत्रों के अनुसार, महिला को संरक्षण प्राप्त है:
1. बार एसोसिएशन उन्नाव के कुछ सदस्यों का।
2. उत्तर प्रदेश के टॉप 10 अपराधियों का।
3. कुछ सफेदपोश और खाकी वर्दीधारी अधिकारियों का।
महत्वपूर्ण सवाल:
1. ऐसे मामलों में बार काउंसिल ऑफ इंडिया और बार काउंसिल प्रयागराज को क्या सख्त कदम उठाने चाहिए?
2. क्या फर्जी दस्तावेज़ों के जरिए विधिक व्यवसाय का दुरुपयोग करने वाली महिला पर कठोर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए?
3. क्या बार एसोसिएशन को इस महिला की सदस्यता रद्द कर देनी चाहिए?
4. क्या यह मामला उत्तर प्रदेश पुलिस और प्रशासन की निष्क्रियता को उजागर करता है?
सोशल मीडिया पर जागरूक कर उत्तर प्रदेश सरकार व उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशासन को न्यूज़ पेपर व न्यूज़ चैनल के माध्यम से दिखाया गया ना ही इस मामले में सरकार ध्यान दे रही ना ही उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशासन संज्ञान ले रही यह बड़ी महत्वपूर्ण बात है इतना बड़ा मामला सरकार व उन्नाव पुलिस दोनों मामले से मौन
अधिवक्ता समाज की छवि पर असर:
इस मामले ने अधिवक्ता समाज की प्रतिष्ठा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अधिवक्ता समाज, जो न्याय के संरक्षक माने जाते हैं, अगर ऐसा कोई सदस्य अपराधों में लिप्त पाया जाता है,तो यह पूरे समाज की छवि को धूमिल करता है।
आगे की कार्रवाई:
बार काउंसिल प्रयागराज और बार काउंसिल ऑफ इंडिया को इस मामले में संज्ञान लेते हुए सख्त कदम उठाने चाहिए। महिला के दस्तावेज़ों और पंजीकरण की गहन जांच कर यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि कानून का दुरुपयोग न हो। इसके साथ ही, ऐसे मामलों में शामिल सभी लोगों पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
निष्कर्ष:
यह मामला केवल एक महिला के अपराध तक सीमित नहीं है,बल्कि यह दर्शाता है कि कैसे कुछ लोग कानून की आड़ में अपराध करते हैं।सोशल मीडिया पर जागरूक कर। बार काउंसिल ऑफ इंडिया व बार काउंसिल उत्तर प्रदेश व उत्तर प्रदेश सरकार व उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशासन को न्यूज़ पेपर व न्यूज़ चैनल के माध्यम से दिखाया गया यह समय है इस मामले में सरकार व उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशासन बार काउंसिल उत्तर प्रदेश उन्नाव पुलिस प्रशासन को संज्ञान ले एक बड़ा महत्वपूर्ण कदम उठाकर ऐसे महिला पर सख्त कार्यवाही कर एक उदाहरण प्रस्तुत करें।
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