माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित 10वीं और 12वीं की परीक्षा 1 मार्च से शुरू होंगीं। इसे लेकर मंडल ने गाइड लाइन जारी कर दी है। इसमें कहा गया है कि परीक्षा केंद्र से 100 मीटर के दायरे में कोई लाउडस्पीकर का उपयोग नहीं किया जाएगा, भीड़ नहीं होगी। यदि ऐसा होगा तो केंद्राध्यक्ष पुलिस के सहयोग से लाउडस्पीकर बंद करवाने तथा भीड़ हटवाने की कार्रवाई कर सकेंगे। परीक्षा केंद्र पर एक भी केलकुलेटर और मोबाइल फोन नहीं होगा।
विद्यार्थियों के लिए यह प्रतिबंधित होंगीं, परीक्षा संचालन करने वाले स्टाफ को केलकुटर और मोबाइल एक स्थान पर ताले में बंद करके रखने होंगे। बोर्ड परीक्षा में उपयोग होने वाली कॉपी और पेपर का भी वितरण कर दिया जाएगा। इस बार इनका वितरण शिंदे की छावनी गर्ल्स हायर सेकंडरी स्कूल स्थित नोडल केंद्र से किया जाएगा। इससे पहले पद्मा हायर सेकंडरी स्कूल से वितरण होता था।
हायर सेकंडरी और हाईस्कूल परीक्षा के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा परीक्षा संचालित करने वाले स्टाफ और परीक्षार्थियों के लिए गाइड लाइन तय की है उसके अनुसार पेपर खोले जाने पहले अलमारी में रखकर सील कर दिए जाएंगे और परीक्षा समाप्त होने के आधा घंटे बाद यह निकाले जाएंगे। पिछले सालों में मोबाइल फोन के जरिए कथित पेपर सोशल मीडिया पर वायरल होने की घटनाओं के बाद यह किया जा रहा है।
यह हैं गाइड लाइन के खास बिंदु
परीक्षा शुरू होने से पहले एक घंटा पहले विद्यार्थी परीक्षा केंद्र में पहुंचेंगे, आधा घंटा पहले परीक्षा कक्ष में प्रवेश दिया जाएगा, केंद्राध्यक्ष को अधिकार होगा कि वह 15 मिनट पहले छात्र को परीक्षा कक्ष में प्रवेश दिला सकते हैं।
गणित के पेपर में 32 पेज की कॉपी के साथ ग्राफ भी दिया जाएगा।
पेपर चार सेट में वितरित किए जाएंगे।
कॉपी की सिलाई सही नहीं है या उखड़ी हुई है तो उसे परीक्षार्थी को वितरित नहीं किया जाएगा, अगर कोई छात्र परीक्षा के बाद ऐसी कॉपी जमा करता है तो उसे मूल्यांकन में शामिल न कर नकल की श्रेणी में रखा जाएगा।
प्रवेश पत्र गुम होने, नेट से डाउनलोड न होने, परीक्षार्थी का फोटो मिलान न होने पर केंद्राध्यक्ष निर्धारित प्रारुप में जानकारी रखकर परीक्षा में प्रवेश देने का अधिकार रखेंगे।
"माध्यमिक शिक्षा मंडल की ओर से बोर्ड परीक्षा संबंधी निर्देश जारी कर दिए गए हैं। पेपर का लिफाफा खोलने से पहले परीक्षा केंद्र में उपस्थित पूरे स्टाफ के मोबाइल फोन अलमारी में सील कर दिए जाएंगे, इसके अलावा परीक्षा की गोपनीयता बनाए रखने के लिए अन्य निर्देश भी दिए गए हैं।"
-दीपक पांडे, संयुक्त संचालक, ग्वालियर-चंबल संभाग, लोकशिक्षण