इस्लामाबाद : पाकिस्तान में आए दिन हिंदू लड़कियों का अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन जैसी घटनाएं होती रहती हैं। अल्पसंख्यक जब मदद के लिए सरकार और कानून के पास जाते हैं तो उनके हाथ निराशा ही लगती है। पाकिस्तान में ऐसे कट्टरपंथियों की संख्या कम नहीं है जो हिंदू बच्चियों के अपहरणकर्ताओं को सही ठहराते हों। पाकिस्तानी पत्रकार वीनगास ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें नादिर अली नाम का एक पाकिस्तानी यूट्यूबर भारतीय मीडिया पर सवाल उठाते हुए पाकिस्तान में जबरन धर्म परिवर्तन जैसे कुकृत्यों को सही ठहरा रहा है।
‘आम लोगों की भी सोच कट्टरपंथी’
वीडियो शेयर करते हुए वीनगास ने लिखा, ‘यूट्यूबर नादिर अली ने यह कहकर जबरन धर्म परिवर्तन को बेशर्मी से प्रोत्साहित किया कि ‘वे अल्लाह के हुक्म (हिदायत) के कारण इस्लाम में परिवर्तित हो रहे हैं।’ पाकिस्तान में न सिर्फ धार्मिक लोग, बल्कि उसके जैसे आम लोग भी कट्टरपंथी सोच रखते हैं और नाबालिग हिंदू लड़कियों के धर्मांतरण का बेशर्मी से समर्थन करते हैं।’ हाल ही में सिंध के मीरपुरखास जिले से करिश्मा नाम की एक नाबालिग हिंदू लड़की को अगवा कर लिया गया था।
करिश्मा को नहीं मिला इंसाफ
आरोप है कि हथियारबंद कट्टरपंथियों ने घर में घुसकर उसका अपहरण किया फिर जबरन धर्म परिवर्तन कर उसकी शादी करवा दी। यह मामला जब पाकिस्तान की एक अदालत के सामने पहुंचा तो कोर्ट ने भी बच्ची को अपहरणकर्ताओं को सौंप दिया। करिश्मा के माता-पिता रोते-बिलखते रहे लेकिन उन्हें बच्ची से मिलने की अनुमति नहीं दी गई। पिता रमेश कुमार भील और खबरों में करिश्मा की उम्र 15-16 साल बताई जा रही है। जबकि कट्टरपंथी उसके 19 साल की होने का दावा कर रहे हैं।