नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के ओखला से विधायक और दिल्ली वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अमानतुल्लाह खान के कई ठिकानों पर मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी की। इसी कार्रवाई को लेकर बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय ने बयान जारी किया है।
जांच को लेकर ईडी ने कहा, पीएमएलए एक्ट के तहत अमानतुल्लाह खान और उनके सहयोगियों से जुड़े 13 ठिकानों पर 10 अक्टूबर को जांच अभियान चलाया गया था। यह छापेमारी वक्फ बोर्ड में अवैध तरीके से स्टाफ रखने और वक्फ की संपत्तियों को निजी फायदे के लिए लीज पर रखने के आरोप में की गई थी।
ईडी का आरोप है कि यह सब अमानतुल्लाह खान ने साल 2018-22 के बीच वक्फ बोर्ड का चेयरमैन रहते हुए किया। ईडी ने आगे कहा कि दिल्ली पुलिस ने तीन और एफआईआर दर्ज की हैं, जिसमें अमानतुल्लाह खान और उसके सहयोगियों की भूमिका की जांच भी एजेंसी कर रही है।
जांच में सामने आया है कि अमानतुल्लाह खान ने अपने पद का फायदा उठाकर खूब धन कमाया है, जिससे उसने दिल्ली के कई स्थानों पर अपने सहयोगियों के नाम से संपत्ति खरीदी है। ईडी ने बताया कि छापेमारी के दौरान उन्हें कई ऐसे दस्तावेज मिले हैं जो ये बताते हैं कि अमानतुल्लाह खान की धन शोधन में भी भूमिका है।