उन्नाव। आजाद अधिकार सेना राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर, डॉक्टर नूतन ठाकुर घटनास्थल पहुंचे। अमिताभ ठाकुर सीओ बीघापुर ऋषिकांत शुक्ला से घटना के बारे में जानकारी ले रहे। वहीं, लखनऊ एसटीएफ और उन्नाव पुलिस ने अचलगंज थानाक्षेत्र में सुल्तानपुर डकैती के आरोपी अनुज प्रताप सिंह को मुठभेड़ में ढेर किया था।
एनकाउंटर पर उठाए सवाल
अमिताभ ठाकुर ने एनकाउंटर की परिस्थितियों पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उनका कहना था कि जिस प्रकार की घेराबंदी का दावा किया गया है, वह संभव नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि अनुज ने फायरिंग की होती, तो उसके आसपास कोई न कोई व्यक्ति तो मौजूद होता। उन्होंने आगे कहा, “यदि अनुज चांदी बेचने आया था, तो उस दुकानदार का नाम सामने आना चाहिए, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है।” अमिताभ ठाकुर ने पुलिस की एफआईआर में भी परिवर्तन का उल्लेख किया।
उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर और पुलिस की रिपोर्ट में कई डिस्क्रिप्शन हैं, जो सवाल खड़े करते हैं। उन्होंने पाया कि घटनास्थल के निरीक्षण में कई खामियां मिली हैं, जो पुलिस के दावों को कमजोर करती हैं। उन्नाव में हुए इस एनकाउंटर ने सुरक्षा बलों की कार्रवाई को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है। पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर का घटनास्थल पर जाना और एनकाउंटर पर सवाल उठाना इस बात का संकेत है। इस एनकाउंटर को लेकर राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ भी तेजी से आ रही हैं। कई राजनीतिक दलों ने पुलिस की कार्रवाई को तानाशाही करार दिया है और इसकी स्वतंत्र जांच की मांग की है।
ये था मामला
सुल्तानपुर स्थित एक ज्वैलर्स की दुकान में 28 अगस्त को दिनदहाड़े डकैती पड़ी थी। वारदात में शामिल रहे दो बदमाशों की लोकेशन एसटीएफ लखनऊ की टीम को उन्नाव के अचलगंज थानाक्षेत्र में मिली थी। इसके बाद एसटीएफ ने उन्नाव पुलिस से सम्पर्क किया और उन्हें घेरने की योजना तैयार की। इसके बाद रविवार देर रात एसटीएफ व पुलिस ने बदमाशों की घेराबंदी की। बदमाश बाइक से भागने लगे। इसी दौरान उन्नाव के थाना अचलगंज क्षेत्र में बदमाशों का एसटीएफ व पुलिस से आमना-सामना हो गया।
बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायर कर दिया, पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की, जिसमें अनुज प्रताप सिंह के सिर में गोली लग गई और वह वहीं गिर पड़ा। उसके साथ मौजूद दूसरा बदमाश भागने में सफल रहा। अनुज प्रताप सिंह पुत्र धर्मराज सिंह निवासी गांव जनापुर थाना मोहनगंज अमेठी को स्थानीय सरकारी अस्पताल भेजा गया,जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया। वहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस ने बदमाश के शव को मार्च्युरी भेज दिया और उसके परिजनों को सूचना दी।