एंफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने डायरेक्ट सेलिंग फर्म एमवे इंडिया (Amway India) के खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू की है। जांच एजेंसी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA), 2002 के तहत हैदराबाद में मेट्रोपॉलिटन सेशंस जज/स्पेशल कोर्ट के सामने शिकायत दर्ज की है। इसके अलावा, एंफोर्समेंट डायरेक्टोरेट ने इस बात की पुष्टि की है कि हैदराबाद के स्पेशल कोर्ट ने 20 नवंबर को इस शिकायत पर कानूनी कार्रवाई शुरू करने की अनुमति दे दी है।
एमवे के प्रवक्ता के मुताबिक, ED की तरफ से दर्ज शिकायत 2011 में शुरू हुई जांच का मामला है और कंपनी उस वक्त से जांच एजेंसी के साथ सहयोग कर रही है। प्रवक्ता का कहना कि कंपनी समय-समय पर सभी जरूरी सूचना साझा करती रही है। जांच एजेंसी के मुताबिक, कंपनी द्वारा कथित मनी लॉन्ड्रिंग गतिविधियों को लेकर जरूरी खुलासा कानूनी कार्यवाही के दौरान किया जाएगा।
एंफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने पहले आरोप लगाया था कि एमवे इंडिया मल्टी-लेवल मार्केटिंग स्कीम में शामिल रही है, जिसके तहत कंपनी के ज्यादार प्रोडक्ट्स की कीमत ओपन मार्केट में उपलब्ध बाकी कंपनियों के मुकाबले काफी ज्यादा है। ED ने पिछले साल अप्रैल में मनी लॉन्ड्रिंग गतिविधियों के आरोप में एमवे इंडिया की 757 करोड़ रुपये की संपत्तियों को जब्त किया था। इन संपत्तियों में तमिलनाडु के डिंडीगुल जिले में मौजूद कंपनी की जमीन और फैक्ट्री के अलावा, प्लांट और मशीनरी, गाड़ियां, बैंक खाते और फिक्स्ड डिपॉजिट शामिल हैं।