क्रासरः बैठक में तय की गई कार्यक्रम की रूपर
तिंदवारी (बांदा)। दुर्गा महोत्सव के उपलक्ष में कस्बे की संस्कृत धरोहर तथा विरासत के रूप में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले पारंपरिक, पुरातन 11 दिवसीय श्री रामलीला का शुभारंभ 15 अक्टूबर को गणेश पूजन, नारद मोह की लीला के साथ किया जाएगा।
श्री रामलीला कमेटी प्रबंधक आनंद स्वरूप द्विवेदी ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि करते होने वाली 11 दिवसीय रामलीला का भव्य शुभारंभ 15 अक्टूबर को गणेश पूजन के साथ किया जाएगा। 16 अक्टूबर को राम जन्म ताड़का वध, 17 अक्टूबर को फुलवारी लीला,18 अक्टूबर को विशाल धनुष यज्ञ तथा परशुराम लक्ष्मण संवाद,19 अक्टूबर को राम बारात तथा राम कलेवा,20 अक्टूबर को दशरथ-कैकेई संवाद, राम वनवास तथा केवट संवाद,21 अक्टूबर को दशरथ मरण ,भारत मिलाप, सूर्पनखा नकटी तथा खरदूषण बध,22 अक्टूबर को सीता हरण, बालि बध तथा लंका दहन, 23 अक्टूबर को रामेश्वर स्थापना, अंगद-रावण संवाद, लक्ष्मण शक्ति, कुंभकरण वध तथा सती सुलोचना,24 अक्टूबर को अहिरावण वध, रावण बध के साथ रावण पुतला दहन तथा 25 अक्टूबर को भव्य राम राज्याभिषेक की लीला का मंचन किया जाएगा। रामलीला मंचन के लिए उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध कलाकारों को आमंत्रित किया गया है। राम की भूमिका में आनंद द्विवेदी फतेहपुर, लक्ष्मण मनीष त्रिपाठी फतेहपुर, सीता अवनीश त्रिपाठी फतेहपुर, परशुराम बाल व्यास कानपुर, जनक की भूमिका में देवेश पांडेय बांदा, हनुमान जी विनीत पांडे फतेहपुर, कौमिक जीतू हंगामा, व्यास राजेश सिंह पचनेही, तबला वादक अंकित पांडेय पैलानी, रावण मुन्ना मिश्रा बिंदकी, चौमुखी कलाकार फेसबुक में आनंद राम जी छतरपुर, महाराज जी बांदा, नीरज सिंह, रवि तिवारी तथा नृत्यक कलाकार के रूप में देवेंद्र राठ तथा शिवांगी कानपुर मुख्य रूप से होंगे। जबकि श्रंगारी के रूप में शेषनाग कला मंच फतेहपुर को आमंत्रित किया गया है।