दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सेवा के कर्नल, मेजर व जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी की शहादत से पूरे देश में गुस्से का माहौल है। इस घटना में दो जवान अभी भी लापता हैं और सुरक्षा बलों ने पूरा इलाका घेर रखा है। इस घटना से लोगों में भारी गुस्सा दिख रहा है और बजरंग दल के सदस्यों ने पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए मुर्दाबाद के नारे लगाए। इस दौरान लोगों ने अपने हाथों में मोमबत्ती ले रखी थी और पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
इस बीच कांग्रेस ने कर्नल, मेजर और डीएसपी की शहादत को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है। पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि जिस समय सीमा पर हमारे तीन बहादुर अफसरों के शहीद होने की दुखद खबरें आ रही थीं,उस समय भाजपा मुख्यालय में बादशाह के लिए जश्न की महफिल सजी थी। इससे साफ है कि चाहे कुछ भी हो जाए मगर प्रधानमंत्री अपनी वाहवाही को कभी टाल नहीं सकते।
सैन्य अफसरों की शहादत पर गुस्सा
कश्मीर के अनंतनाग जिले के कोकरनाग इलाके में बुधवार को आतंकियों के साथ सेना की जबर्दस्त मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में सेना पदक विजेता कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष और पुलिस उपाधीक्षक हुमायूं भट्ट गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बाद में इलाज के दौरान तीनों की मृत्यु हो गई। इस घटना की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तोइबा के सहयोगी प्रतिबंधित आतंकी संगठन द रेजिडेंट्स फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है।
इस घटना की खबर आने के बाद पूरे देश में गुस्से का माहौल दिख रहा है। लोगों में आतंकी संगठनों के खिलाफ भारी गुस्सा दिख रहा है। आतंकियों की इस करतूत के खिलाफ बजरंग दल के सदस्यों ने हाथों में मामबत्तियां लेकर प्रदर्शन किया और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए। प्रदर्शन में शामिल लोग ‘शहीद जवान अमर रहें’ के नारे भी लगा रहे थे। लोगों ने मांग की कि आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए बहादुर अफसरों की शहादत का बदला लिया जाना चाहिए।
कांग्रेस ने बोला पीएम मोदी पर हमला
इस बीच कांग्रेस ने बहादुर सैन्य अफसरों की शहादत के दिन राजधानी दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में जश्न मनाए जाने पर सवाल खड़े किए हैं। दरअसल जी-20 की कामयाबी पर बुधवार को पार्टी मुख्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया था। प्रधानमंत्री मोदी भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति के बैठक में भाग लेने के लिए पार्टी मुख्यालय पहुंचे थे। बैठक के दौरान प्रस्ताव पारित किया गया कि पीएम के नेतृत्व में जी-20 की कामयाबी देश के कूटनीतिक इतिहास का हम अध्याय बन गई है।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने एक्स पर लिखा कि प्रधानमंत्री मोदी अपनी वाहवाही को कभी टाल नहीं सकते। जिस दिन सीमा पर हमारे बहादुर सैन्य अफसरों की शहादत की खबरें आ रही थीं, उसी दिन भाजपा मुख्यालय में बादशाह के लिए जश्न की महफिल सजाई गई थी। कांग्रेस की ओर से किए गए इस हमले पर अभी भाजपा की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
आतंकियों के खिलाफ सेना का बड़ा अभियान
उधर सेना ने आतंकियों के खिलाफ बड़ा अभियान छेड़ दिया है। तीन अफसरों की शहादत के बाद सुरक्षा बलों ने पूरा इलाका घेर रखा है और ऑपरेशन जारी है। सेना से जुड़े सूत्रों का कहना है कि आतंकियों के खिलाफ आज घाटी में ऑलआउट ऑपरेशन चलाया जाएगा।आतंकियों का पता लगाने के लिए सेना के तीन चीता हेलीकॉप्टरों को भी लगाया गया है।
आतंकी गतिविधियों में पाकिस्तान का हाथ
सेवा की ओर से की गई जवाबी कार्रवाई में जो दो आतंकवादी मारे गए हैं, वे मूल रूप से पाकिस्तान के रहने वाले थे। इन दोनों की पहचान कर ली गई है। इनमें से एक की पहचान द रेसिस्ट फ्रंट के कमांडर बासित डार के तौर पर हुई है, जबकि दूसरा लश्कर-ए-तोयबा का आतंकी यूजेर है।
इस घटना से एक बार फिर यह बात उजागर हो गई है कि पाकिस्तान घाटी में आतंकी गतिविधियों को बढ़ाने की साजिश में पूरी तरह लिप्त है। भारत लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय मंचों पर यह बात कहता रहा है। हालांकि पाकिस्तान ने हमेशा भारत के इन दावों को खारिज किया है।